बगहा: Eye Flu: यूपी और नेपाल सीमा पर स्थित बगहा और आसपास के इलाकों में आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. स्कूली बच्चे इस आंख आने की बीमारी से ज्यादा ग्रसित हो रहे हैं. लेकिन बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में आई स्पेशलिस्ट नहीं होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद पीड़ितों को जीएमसीएच बेतिया रेफर कर दिया जा रहा है. दरअसल मौसम में परिवर्तन के बाद आई फ्लू के पीड़ितों की संख्या में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है. आम लोगों के साथ साथ स्कूली बच्चे सबसे ज्यादा इससे पीड़ित हैं. कई निजी विद्यालय प्रबंधन आई फ्लू से पीड़ित बच्चों को विद्यालय में आने से रोक लगा दिया है. हफ्ते भर के भीतर मधुबनी प्रखंड समेत बगहा एक प्रखंड के चौतरवा सरकारी विद्यालय में दर्जनों की संख्या में छात्र आई फ्लू से पीड़ित पाए गए हैं.


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वहीं बगहा 2 प्रखण्ड के बरवल में भी कई लोग व स्कूली बच्चे आई फ्लू से पीड़ित हैं हालांकि सरकारी अस्पताल द्वारा इन छात्रों का प्राथमिक उपचार कर उन्हे दवाइयां दी गई हैं. बगहा अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर के बी एन सिंह ने बताया की चौतरवा में स्कूल प्रबंधन की सूचना पर एक मेडिकल टीम भेजकर सैकड़ों बच्चों का जांच किया गया. जिसमें दो दर्ज़न बच्चे आई फ्लू से पीड़ित पाए गए. इसकी सूचना कल्याण विभाग को दे दी गई है. डीएस ने बताया की अनुमंडलीय अस्पताल में आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं हैं बावजूद इसके लोगों का इलाज किया जा रहा है. प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को नेत्र विशेषज्ञ से दिखाने की सलाह दी जा रही है.


बता दें कि विगत दस दिनों से आई फ्लू यानी आंख आने की बीमारी में काफी इजाफा देखने को मिला है. इसके अलावा बरसाती घाव व खुजली समेत दिनाए की फ़ंग्स बीमारी का कहर जारी है. इधर स्कूली बच्चों ने बताया की आंख आने पर आंख लाल हो जा रहा है, उसमें चुभन व जलन होने के साथ साथ आंख से पानी गिर रहा है औj कीचड़ भर जा रहा है. इसलिए वे अस्पतालों का रुख कर रहे हैं. नतीजतन नेत्र चिकित्सक नहीं होने से परेशानी बढ़ गई है औऱ पठन पाठन बाधित हो रहा है.


इनपुट- इमरान अजीज


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