पीरियड्स की परेशानी के बारे में बताने में शर्म कैसा? ये उपाय होगा कारगर साबित
Bihar News: बिहार के गोपालगंज में बिहार वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन एवं अल्केम एनीमिया मुक्ति अभियान की ओर से महावारी स्वच्छता दिवस का आयोजन किया गया. ये आयोजन जिले के हथुआ प्रखंड के खैरटिया पंचायत के प्रयाग समइल गांव में किया गया.
गोपालगंज:Bihar News: बिहार के गोपालगंज में बिहार वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन एवं अल्केम एनीमिया मुक्ति अभियान की ओर से महावारी स्वच्छता दिवस का आयोजन किया गया. ये आयोजन जिले के हथुआ प्रखंड के खैरटिया पंचायत के प्रयाग समइल गांव में किया गया. इस कार्यक्रम में प्रखंड समन्वयक धर्मेंद्र कुमार के द्वारा महिलाओं एवं किशोरियों को माहवारी के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि लड़कियां जब किशोरीवस्था में आती हैं तो 11 से 14 साल की उम्र से उन्हें पीरियड आना शुरू होता है. इसके अलावा उन्होंने मासिक धर्म के दौरान सेनेटरी पैड या स्वच्छ कपड़े का प्रयोग करने का भी सलाह दिया.
प्रखंड समन्वयक ने लड़कियों और महिलाओं को सेनेटरी नैपकीन को उपयोग करने के बाद उचित तरीके से उसे नष्ट करने की सलाह दी. साथ ही, उन्हें साफ और सूखे अंडरगारमेंट पहनने एवं उसकी स्वच्छता पर पूरा ध्यान रखने का सलाह दिया. इसके अलावा उन्होंने शौचालय को सही तरीके से साफ-सुथरा रखने के बारे में जानकारी दी गई. प्रखंड समन्वयक ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि मासिक धर्म को लेकर हो रही परेशानी के बताने में कोई शर्म नहीं करना चाहिए. अपने शरीर का ध्यान रखना हर इंसैन की जिम्मेदारी है. मासिक धर्म की वजह से होने वाली परेशानियां को दूर करने के उपाय के बारे में भी उन्होंने बताया.
उन्होंने बताया कि बिहार वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन एवं अल्केम अनिमिया का मुख्य उद्देश्य हथुआ प्रखंड के सभी गांव को अनिमिया मुक्त गांव करना है. इसमें सेविका, सहायिका आशा एवं एएनएम का भी भरपूर सहयोग कर रहे हैं. प्रखंड के सभी गांव में कैंप लगा कर महिलाओं की हिमोग्लोबिन की जांच की जा रही है. जांच के दौरान जिनके शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा कम होती है, टीम की ओर से उन्हें खान-पान पर विशेष ध्यान देने लिए जागरूक किया जाता है.