कुढ़नी सीट से चुनाव लड़ेंगे जेडीयू नेता मनोज कुशवाहा, 14 नवंबर को करेंगे नामांकन
Kurhani Vidhan Sabha Election 2022: मनोज कुशवाहा ने कहा कि किस सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे इसकी घोषणा महागठबंधन के नेता करेंगे. लेकिन वो 14 नवंबर को नॉमिनेशन करने जा रहे हैं.
मुजफ्फरपुर: Kurhani Vidhan Sabha Election 2022: कुढ़नी उपचुनाव को लेकर सियासत तेज है. इस बीच, जेडीयू के नेता और पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा ने दावा किया है कि उन्हें कुढ़नी सीट से उपचुनाव लड़ने की अनुमित दे दी गई है और उनसे नामांकन की तैयारी करने को कहा गया है. हालांकि, वो किसके सिंबल पर लड़ेंगे ये तय नहीं हुआ है.
महागठबंधन के नेता करेंगे ऐलान
मनोज कुशवाहा ने कहा कि किस सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे इसकी घोषणा महागठबंधन के नेता करेंगे. लेकिन वो 14 नवंबर को नॉमिनेशन करने जा रहे हैं, उससे पहले सारी तस्वीर साफ हो जाएगी.
10 साल रहे कुढ़नी से विधायक
दरअसल, मनोज कुशवाहा 2005 से लेकर 2015 तक कुढ़नी सीट से विधायक रह चुके हैं. 2020 में ये सीट एनडीए कोटे से बीजेपी के खाते में चली गई थी. यहां से 2015 में बीजेपी केदार गुप्ता ने जीत हासिल की थी लेकिन 2020 के चुनाव में उन्हें राजद के अनिल कुमार सहनी से 712 मतों से हार का सामना करना पड़ा था.
2020 में नहीं मिला टिकट
वहीं, 2020 में कुढ़नी से बीजेपी उम्मीदवार के चुनाव लड़ने के कारण मनोज कुशवाहा को मुजफ्फरपुर की मीनापुर से टिकट दिया गया था लेकिन बाद में विरोध के बाद उन्होंने सिंबल लौटा दिया था. हालांकि, चर्चा ये भी है कि यहां से राजद अपना उम्मीदवार उतार सकती है लेकिन अभी तस्वीर साफ नहीं है.
कैसा है जातीय समीकरण
यहां के जातीय समीकरण को समझें तो पता चलेगा कि इस सीट पर भूमिहार, कोइरी, मल्लाह, यादव मतदाताओं की संख्या काफी अच्छी है. मुसलमान और वैश्य वोटर्स का भी यहां बड़ा प्रभाव है. मल्लाह और मुसलमान मतदाताओं की तादाद को देखते हुए मुकेश सहनी और एआईएमआईएम ने भी यहां से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
क्यों हो रहा उपचुनाव?
बता दें कि राजद विधायक अनिल कुमार सहनी के टिकट घोटाले में दोषी पाए जाने के बाद उनकी सदस्यता खत्म हो गई थी. जिसके बाद यहां पर 5 दिसंबर को चुनाव होगा और 8 दिसंबर को परिणाम सामने आएगा.
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(इनपुट-मणितोष कुमार)