Muzaffarpur: बिहार में मानसून आने के बाद भी अच्छी बारिश नहीं हो रही है, जिसके वजह से किसानों को अपनी फसलों के बर्बाद होने का डर सता रहा है. किसान काफी समय से अच्छी बारिश के इंतजार में हैं क्योंकि इस मौसम में होने वाली धान की खेती बारिश पर निर्भर करती है. हालांकि बारिश नहीं होने के कारण धान के बिचड़े सूख रहे हैं. 


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सोयाबीन से बनाया दूध, पनीर
वहीं, दूसरी ओर एक किसान ने खेताबारी के साथ मेकिंग इंडिया से प्रभावित होकर एक छोटे उद्योग को शुरू करके अन्य किसानों के आगे नई मिसाल कायम की है. किसानों के लिए यह सीख है कि वह अपने गांव में रह कर खेतीबारी के साथ ही कोई भी छोटा उद्योग लगा कर आमदनी को बढ़ा सकते हैं. इसी को लेकर वीरेश कुमार ने सोयाबीन से दूध, पनीर की मिठाई आदि बनाने की शुरूआत की है. इसके साथ ही अपने गांव के खेतों में फसलें भी उगाई हैं. 


सेहत के लिए है फायदेमंद
दरअसल, मुजफ्फरपुर जिले के बंदरा प्रखंड के रामपुर दयाल के वीरेश कुमार ने सोयाबीन से दूध, पनीर की मिठाई आदि बनाने की शुरूआत की है. जिसके बाद उनकी इस अनोखी पहल की चारों तरफ चर्चा हो रही है. सोयाबीन से बनी मिठाइयां देखने के लिए हर रोज दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं. वीरेश ने बताया कि सोयाबीन से बने प्रोडक्ट स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं. 


छोटे उद्योगों से बढ़ा सकते हैं आमदनी
उन्होंने बताया कि सामान्य दूध में फैट पाया जाता है. जबकि सोयाबीन से बने दूध में फैट नहीं पाया जाता है. यह शरीर में होने वाली विभिन्न बीमारियों से बचाता है. वहीं, मतलुपुर के किसान ललन त्रिवेदी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में मवेशियों की संख्या दिन प्रतिदिन लगातार कम होती जा रही है. जिसके चलते देखा जाए तो सोयाबीन के दूध और दूध से बने प्रोडक्ट को लेकर बेहतर मार्केटिंग की संभावना है. किसान की इस पहल से ग्रामीणों में भी खुशी की लहर देखने को मिल रही है. इसके अलावा वीरेश का कहना है कि वह सोयाबीन से बने दूध के साथ अपनी किसानी भी करता है. सोयाबीन से बने दूध और अन्य चीजों को सीख कर अपनी आमदनी बढ़ाई जा सकती है.


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