मुजफ्फरपुर में सुविधाओं की बाट जोह रहा एसकेएमसीएच, स्वास्थ्य विभाग नहीं ले रहा सुध
SKMCH का एक वीडियो वायरल हुआ था कि बिजली कटने के कारण AC बंद हो गया, तो डॉक्टर ने मरीज का बिना चेकप किए ही निकल गए. जब अस्पताल प्रशासन से जानकारी ली गई तो उन्होंने भी इस कमियों को स्वीकार किया.
मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार का प्रमुख अस्पताल मुजफफरपुर का एसकेएमसीएच इन दिनों सुविधाओं की बाट जोह रहा है. अस्पताल का हला ऐसा है कि मरीज बेड के अभाव में फर्श पर लेटने को मजबूर है. अस्पताल के अंदर मरीजों के लिए डॉक्टर द्वारा लिखी जा रही है दवा भी उपलब्ध नहीं है. अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों का कहना है कि अस्पताल के अंदर हर समय बिजली गुल हो जाती है. रोजाना बिजली जाती है और करीब 15 मिनट के बाद भी ही बिजली आती है. उनका कहना है कि बिजली को लेकर अस्पताल प्रशासन से शिकायत की जाती है, लेकिन अधिकारी है कि समस्या के समाधान को लेकर तैयार नहीं होते है.
अस्पताल में फर्श पर लेटे रहते है मरीज
अस्पताल के गैलरी के फर्श पर लेटे मरीज से बात की गई तो फर्श पर बैठी महिला ने कहा कि वह अपने पुत्र को सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद दो दिन पहले इलाज के लिए अस्पताल लाई है, लेकिन बेड नहीं मिलने के कारण अस्पताल के गैलरी के फर्श पर मरीज को लेटाकर इलाज करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. यहां तक कि दवा की भी सुविधा नहीं दिया गया, तो अस्पताल के बाहर से दवा खरीद कर लाना पड़ रहा है. जब जी मीडिया की टीम आगे बढ़ा तो और चोकाने वाला तथ्य सामने आया. बता दें कि जिस मरीज को बेड सुविधा दी गई है उस बेड की भी हालत खराब दिखी और उस पर एक चादर (बेडसीट) तक नही था. मरीजों से पूछने पर कहा कि किसी भी बेड पर चादर नही है और मरीज अपने घर से लाये चादर बिछा कर इलाज कर रहे हैं.
अस्पताल की व्यवस्था है राम भरोसे
बता दें कि मरीज को भेड़ बकरियों की तरह ठूस-ठूस कर रखा गया था, मरीज क्या पता कि उसके बगल वाला मरीज उससे भी ज्यादा इंफेक्टेड है. मरीज का यह हाल है कि वह जिस बीमारी का इलाज कराने आया उससे ठीक तो हो जाएगा, लेकिन दूसरी बीमारी लेकर वापस घर लौटेगा. उसी तरह इस बड़े अस्पताल का शौचालय का हाल भी इतना बुरा था कि उस में आप जाने की भी नहीं सोच सकते हैं. शौचालय में जगह-जगह पर पान गुटखा का पिक (थूक) फेका था और सफाई के नाम पर कुछ नहीं दिखा. आश्चर्य तब हुआ कि रियलिटी चेक के दौरान ही बिजली कट गई और उसे आने में 15 मिनट का समय लग गया. तबतक मरीजों को दिन के उजाले ने ही अंधकार नजर आने लगा.
बेहाल अस्पताल का पहले भी वायरल हो चुका है वीडियो
बता दें कि हाल ही में इस अस्पताल का एक वीडियो वायरल हुआ था कि बिजली कटने के कारण AC बंद हो गया, तो डॉक्टर ने मरीज का बिना चेकप किए ही निकल गए. जब अस्पताल प्रशासन से जानकारी ली गई तो उन्होंने भी इस कमियों को स्वीकार किया. SKMCH के उपाधीक्षक डॉ सतीश कुमार ने कहा कि यहां प्रति दिन 12 सौ और 18 सौ मरीज इलाज कराने पहुंचते है और ऐसे बेड से लेकर दवा उपलब्ध कराने में थोड़ा कमी होती है. इसके लिए सरकार को लिखा गया है और जल्द सभी समस्याओं का निदान हो जाएगा.
इनपुट-मणितोष कुमार