मुजफ्फरपुर: बिहार में दरोगा भर्ती परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद कई घरों में खुशियों का माहौल है. इस बार के रिजल्ट में कई ऐसी संघर्ष की कहानियां सामने आई है जिसे जानकर हर कोई हैरान है. वहीं दारोगा रिजल्ट में इस बार पहली बार बिहार से तीन ट्रांसजेंडर दारोगा बने हैं. इस परीक्षा में बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले मजदूर के बेटे ने भी अपना परचम लहराया है और वो गया और वह दरोगा बन गया. उसकी सफलता से उसके परिवार से लेकर पूरे गांव में खुशी का माहौल है. लोगों का कहना है कि जो लड़का 12वीं फेल कर गया था वह लड़का तो दरोगा का परीक्षा पास करके कमाल कर दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल मुजफ्फरपुर के कांटी नगर परिषद वार्ड 20 के रहने वाले अभिषेक कुमार के पिता रामेश्वर राम मजदूर है और वह मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरण पोषण करते हैं. उनकी स्थिति यह है कि आज भी झोपड़ी में परिवार के साथ रहते हैं. लेकिन अब उनके लाल का चयन बिहार पुलिस में दरोगा पद के लिए अंतिम रूप से हो गया है. अभिषेक के दरोगा बनने के बाद परिवार में खुशियों का माहौल हैं. अभिषेक के माता-पिता के आंखों में खुशियों के आंसू है.


दारोगा में चयनित अभिषेक ने कहा कि साल 2018 में इंटर की परीक्षा में फेल हो गया था, फिर भी हार नहीं मानी और वह कम्पार्टमेंटल परीक्षा दे कर इंटर पास करने के बाद आगे की पढ़ाई की. उसने गांव में ही सीनियर के संपर्क में रहकर दारोगा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और कठिन मेहनत के बाद फाइनली दारोगा का फाइनल रिजल्ट आ ही गया. अभिषेक के पिता रामेश्वर राम बताते हैं कि उनका जीवन बेहद संघर्षपूर्ण रहा. मजदूरी करके और पेट्रोल पम्प पर नोजल मैन का काम करके बेटे को पढ़ाया. आज बेटा दारोगा बन गया है, जिससे पूरे परिवार और समाज में ख़ुशी का माहौल है.


इनपुट- मणितोष कुमार


ये भी पढ़ें- Bihar SEZ: दो स्पेशल इकोनॉमिक जोन से बिहार को हो सकते हैं ये फायदे, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर