मुजफ्फरपुर:Bihar News: मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र से बीते 16 अक्टूबर को स्कूल से घर लौटने के दौरान 10 वर्षीय बच्चे का अपहरण कर लिया गया था. जिसे पुलिस ने 72 घंटे के अंदर बरामद कर लिया है. बाइक सवार होकर पहुंचे दो लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया था और फिरौती के रूप में 50 लाख रुपए की मांग किया गया था. इस घटना को ITBP का जवान अपने भाई के साथ अंजाम दिया था.


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एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि स्कूल से लौटने के दौरान में एक बच्चे का अपहरण बाइक पर सवार होकर पहुंचे दो लोगों के द्वारा किया गया था. अपहरण की घटना को पुलिस ने गंभीरता को देखते हुए में ASP टाउन के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. इसके अलावा एसटीएफ की भी टीम लगाई गई. जिसके बाद कारवाई में पता चला कि बच्चे को सीतामढ़ी जिला के रुन्नी सैदपुर क्षेत्र में रखा गया है. उसके बाद पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामदगी के लिए जाल बिछाया और अपहृत बच्चे को बरामद कर लिया गया. घटना को लेकर एसएसपी राकेश कुमार ने बताया की ITBP के जवान ने अपने एक सगे भाई सौरव के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था और इसके लिए बच्चे के परिजन से फिरौती के रूप में 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी.


अपहर्ताओं ने बच्चे पहले रेकी किया फिर उसे अपने जाल में फंसाया और स्कूल से लौटने के दौरान उसे बाइक पर बिठाया और लेते चले गए. जिसके बाद सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्वीर और सर्विलेंस के आधार पर करवाई कर एक भाई सौरव कुमार को पकड़ा गया है. जबकि दूसरा भाई आईटीबीपी का जवान कुमार गौरव उर्फ मोहन फरार हो गया. जिसकी तलाश में पुलिस जुट गई है. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पदस्थापित आईटीबीपी का जवान कुमार गौरव उर्फ मोहन ने लोन लेकर घर बनाया था और लोन की राशि चुकाने के लिए पैसे की अत्यधिक जरूरत थी. इसलिए ये दोनो भाई ने अपहरण की इस घटना को अंजाम दिया है.


इनपुट - मणितोष कुमार


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