Bihar News: मुजफ्फरपुर में गौशाला में अवैध रूप से काटे गए पेड़, सचिव की संलिप्तता हुई उजागर
मुजफ्फरपुर के गौशाला में पेड़ों की अवैध रूप से कटाई की गई है. जिसको लेकर सचिव कृष्ण मुरारी भरतिया की संलिप्तता सामने आई है. उनके द्वारा बिना लिखित आदेश और स्वीकृति से पेड़ कटवाए हैं. उन्होंने वन विभाग की पौधशाला वाले पेड़ भी कटवाए हैं.
Muzaffarpur: बिहार के मुजफ्फरपुर के गौशाला में पेड़ों की अवैध रूप से कटाई की गई है. जिसको लेकर सचिव कृष्ण मुरारी भरतिया की संलिप्तता सामने आई है. उनके द्वारा बिना लिखित आदेश और स्वीकृति से पेड़ कटवाए हैं. इसके अलावा बताया जा रहा है कि उन्होंने वन विभाग की पौधशाला वाले पेड़ भी कटवाए हैं. जिसको लेकर वन क्षेत्रों के पदाधिकारी रेंजर उमा शंकर यादव के द्वारा गौशाला के अध्यक्ष और एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी है. रिपोर्ट में लिखा गया है कि गौशाला के सचिव ने मौखिक आदेश देकर परिसर के पेड़ कटवाए.
सचिव के मौखिक आदेश पर काटे गए पेड़
गोशाला के परिसर में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई की जा रही है. जिसको लेकर सचिव कृष्ण मुरारी भरतिया पर कार्रवाई की गई. जिसको लेकर रेंजर उमा शंकर यादव के द्वारा रिपोर्ट पेश की गई है. रेंजर ने रिपोर्ट में बताया है कि 29 जुलाई को मुशहरी के राम बालक राय के द्वारा परिसर के 6 पेड़ काटे गए हैं. जिसकी सूचना वनरक्षी ने दी थी. जानकारी के मुताबिक यह पेड़ वन विभाग के द्वारा संचालित किए जा रहे पौधशाला के थे. इस पौधशाला को गौशाला की जमीन पर संचालित किया जा रहा था. जो कि लीज पर ली गई है. रेंजर ने बताया कि जांच करने पर पता चला है कि गौशाला के सचिव के मौखिक आदेश पर इन सभी पेड़ों को काटा गया है. जिस पर ठेकेदार राम बालक राय ने काम किया था.
रामबालक राय को दी गई थी पेड़ काटने की ठेकेदारी
एसडीओ पूर्वी ने बताया कि गौशाला सचिव के एक मौखिक आदेश पर गौशाला परिसर से अवैध रूप से पेड़ कटवाए गए. इसका संज्ञान लेते हुए रेंजर से मामले की जांच कर रिपोर्ट मांगी गई थी. रेंजर ने रिपोर्ट में कहा है कि 29 जुलाई को मुशहरी के राम बालक राय ने छह सेमल के पेड़ काटे थे. गौशाला सचिव के मौखिक आदेश पर पेड़ काटे जाने को लेकर एक बड़ा सवाल उठ रहा है कि इसके लिए अध्यक्ष या वन विभाग से किसी तरह की अनुमति नहीं ली गई. जिसके बाद बिना अनुमति के पेड़ काटे गए हैं.
सचिव ने वन प्रमंडल पदाधिकारी को भेजा पत्र
इस मामले के बाद गौशाला के सचिव ने वन प्रमंडल पदाधिकारी को पत्र भेजा है. जिसमें उन्होंने पेड़ काटने की ठेकेदारी के बारे में बताया है. उन्होंने बताया कि ठेकेदारी रामबालक राय को पेड़ काटने का जिम्मा सौंपा था. इसके अलावा उन्होंने पूरे मामले की जिम्मेदारी ली है.