मुजफ्फरपुर: Uttarkashi Tunnel Collapse: मुजफ्फरपुर जिले के जैतपुर ओपी क्षेत्र के गिजास निवासी शत्रुघ्न राय के पुत्र दीपक कुमार के उत्तराखंड टनल हादसे में फंसे होने की सूचना मिलते ही घर में माहौल गमगीन हो गया. लेकिन कल रात दीपक के टनल से बाहर निकलते ही घर वाले काफी खुश हैं. जब दीपक के टनल में फसे होने की सूचना मिली तो दीपक के चाचा और मामा उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए थे.


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परिजनों ने बताया कि दो भाइयों में छोटा दीपक विगत दो वर्षों से टनल निर्माण में लगी कंपनी में कार्यरत है और इसके पहले वह असम में कार्य करने के बाद उत्तराखंड टनल निर्माण कार्य में गया था. इसके साथ ही बताया कि दुबई में कार्यरत अपने बड़े भाई की अप्रैल में होने वाली शादी में दीपक घर आने वाला था. 


परिजनों ने बताया कि 12 नवंबर के दिन टनल हादसे में दीपक के फंसे होने की जानकारी मिली. उसके बाद ही परिजन उत्तराखंड के लिए निकल गए. परिजनों को वहां से फोन पर सूचना दी गई है कि दीपक सुरक्षित है और उसे खाना पीना समय से दिया जा रहा है. लेकिन विगत 17 दिनों से यह आश्वासन मिल रहा था कि दीपक सुरक्षित है. फिर भी दीपक की मां बेटे से बात करने के लिए परेशान थी और बदहवास हो कर हर किसी को यह कह रही है कि उसे उसके बेटे से बात करा दिया जाए.


गांव के लोग भी चिंतित थे और गांव की महिलाएं लगातार भगवान की पूजा पाठ में लगी हुई थी कि किसी तरह दीपक सुरक्षित टनल से बाहर निकल आए और जैसे ही देर शाम तक जब मजदूरों को रेस्क्यू कर टनल से बाहर निकाला गया तो गांव में खुशी का माहौल हो गया. आज सुबह से ही दीपक के घर पर शुभचिंतकों का तांता लग गया. 


सबसे ज्यादा गांव के युवाओं में जोश दिख रहा था कि उसके बीच रहने वाला युवक दीपक मौत को मात देकर बाहर निकल आया है. इसको लेकर परिजनों और शुभ चिंतकों ने वहां की सरकार से लेकर मोदी सरकार और रेस्क्यू टीम में लगे सभी लोगों का धन्यवाद दिया कि उनके बच्चे के साथ देश के अन्य मजदूर को भी सफल और सुरक्षित बाहर निकाला.


इनपुट- मनितोष कुमार


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