Nalanda News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा (बिहार शरीफ) का सदर अस्पताल बदहाली से जूझ रहा है. अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों की घोर लापरवाही सामने आई है. डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मरीजों की जान तक जा सकती थी. दरअसल, सरमेरा थाना क्षेत्र इलाके में सड़क हादसे में 4 लोग जख्मी हो गए थे. जिसमें से 3 लोग गंभीर रूप जख्मी थे, जबकि एक को मामूली चोट आईं थीं. सभी को एंबुलेंस के जरिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल में भेजा गया था. घायलों को अस्पताल पहुंचाने के बाद एंबुलेंस चली गई. अस्पताल में मरीजों को अटेंड करने वाला कोई डॉक्टर नहीं था. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जब डॉक्टर आए तो घायलों का इलाज शुरू हुआ. एक मरीज की कंडीशन को सीरियस देखते हुए ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार देने के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया. बाकी तीन मरीजों का सदर अस्पताल में ही इलाज होने लगा. हालांकि, इस दौरान उन मरीजों के साथ भारी लापरवाही बरती गई. आलम यह है कि एक नाजुक रेफर मरीज को स्लाइन (पानी) स्टैंड की जगह कमर पर रखकर चढ़ाया गया. स्वास्थ्य कर्मियों की इस लापरवाही से रेफर मरीज की जान भी जा सकती थी. 


ये भी पढ़ें- बांका में अज्ञात युवती का सड़क किनारे शव मिलने से सनसनी, रेप के बाद हत्या की आशंका


जब वहां पर मौजूद जी न्यूज की टीम ने हस्तक्षेप किया तब जाकर स्वास्थ्यकर्मियों की नींद खुली और आनन फानन भवन में रेफर मरीज को आकस्मिक वार्ड में ले जाया गया. हालांकि, आकस्मिक वार्ड में भी सीरियस मरीज को भगवान भरोसे ही काफी देर तक छोड़ दिया गया. वहां पर मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों को कहना है कि यह सभी गंभीर रूप से जख्मी मरीज का कोई परिजनों का आता पता नहीं चला है. इसी वजह से रेफर होने के बावजूद सदर अस्पताल में है.


रिपोर्ट- ऋषिकेश