नक्सलियों ने जनअदालत लगा कर की ग्रामीण की हत्या, पुलिस मुखबिरी का था शक
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नक्सलियों ने जनअदालत लगा कर की ग्रामीण की हत्या, पुलिस मुखबिरी का था शक

भंडरिया थाना क्षेत्र अन्तर्गत तुमेरा गांव से सटे बुढा़ पहाड़ में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के दस्ते ने देर शाम जनअदालत लगा कर पुलिस मुखबिरी के आरोप में एक ग्रामीण की हत्या कर दी 

मृतक खपरिमहुआ गांव निवासी फागु किसान का पुत्र जितेन्द्र किसान था. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गढ़वा: झारखंड के गढ़वा के भंडरिया थाना क्षेत्र अन्तर्गत तुमेरा गांव से सटे बुढा़ पहाड़ में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के दस्ते ने देर शाम जनअदालत लगा कर पुलिस मुखबिरी के आरोप में एक ग्रामीण की हत्या कर दी वहीं दूसरे ग्रामीण की बुरी तरह पिटाई कर उसे गंभीर रुप से घायल कर दिया.

मृतक खपरिमहुआ गांव निवासी फागु किसान का पुत्र जितेन्द्र किसान है जिसकी उम्र 25 वर्ष थी. वहीं घायल व्यक्ति खुर्रा गांव निवासी व मदगडी़ च पंचायत के बीडीसी फलाबीया बाखला का 30 वर्षीय बेटा दिलीप  तिर्की का शामिल है. पुलिस घटना स्थल पर जब तक पहुंचती तब तक ग्रामीणों ने डर के मारे शव का दाह संस्कार कर दिया था.

 

नक्सलियों की पिटाई से घायल दिलीप का इलाज उसके परिजनों द्वारा स्थानीय स्तर पर कराया जा रहा है. सूत्रों की माने तो बंधक बना कर माओवादिओं ने घटना को दिया. माओवादिओं के दस्ते ने शनिवार को दोपहर करीब दो बजे खपरिमहुआ गांव से जितेंद्र किसान को बंधक बना कर तुमेरा गांव से लगे बुढा़ पहाड़ के जंगल ले गए.

वहीं, शनिवार को ही शाम आठ बजे संदीप मिंज को भी बंधक बना लिया. संदीप अपनी गाड़ी चलाता है. नक्सलियों ने उन्हें रात भर साथ घुमाया और संदीप को उसके बड़े भाई दिलीप को बुलाने की बात कही. इस पर संदीप ने मोबाईल फोन न होने का हवाला दिया. बाद में रविवार की दोपहर माओवादिओं ने संदीप को फोन दे कर दिलीप को पहाडी़ पर बुला लिया. दिलीप ने बताया कि माओवादी जितेंद्र और मेरा हाथ बांध कर दो बजे से पांच बजे शाम तक लगातार बंदूक की मांग करते हुये लाठी डंडे से पिटाई करते रहे. बेरहमी से पिटाई के कारण जितेंद्र की मौत हो गई. बाद में माओवादिओं ने उन्हें छोड़ दिया.