पटना: राजधानी पटना का जल्द ही स्मार्ट सिटी की लिस्ट में शुमार होगा. देश के सबसे पुराने शहरों में शामिल पाटलिपुत्र का आधुनिक रूप पटना है और इसी पटना को ज्यादा आधुनिक, सुविधाओं से लैस बनाया जाएगा. पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की स्थापना हुई है जो कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है. 


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कोशिश है कि इन योजनाओं को जरिए पटना एक ऐसे तेवर में सामने आएं जहां न ट्रैफिक की दिक्कत हो और न ही बिजली के उलझे तार लोगों को दिखे. सड़के चौड़ीं हो और मनोरंजन के सभी साधन हो. 


 



जी हां, इसके लिए इनकम टैक्स के पास अदालत गंज तालाब को सुंदर बनाने का काम चल रहा है. यहां काफी संख्या में मजदूर लगे हुए हैं और इसे मार्च 2020 तक मॉर्डन पाउंड के तौर पर पूरा करना है. इनकम टैक्स के ही वीरचंद पटेल मार्ग है. इस रोड से राज्य की सियासत तय होती है. यहां बीजेपी, आरजेडी, जेडीयू के ऑफिस हैं.


तकरीबन एक किलोमीटर लंबे वीरचंद पटेल पथ को चौड़ा किया जा रहा है और मई 2020 तक इसे चमचमाती और चौड़ी सड़कों के तौर पर पटना के लोगों को सौंपना है. दरअसल केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने स्मार्ट सिटी परियोजना के कई शहरों में बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स की सौगात दी है और राजधानी पटना भी इसी में शामिल है. केन्द्रीय शहरी मंत्रालय इन योजनाओं के लिए पैसे दे रहा है.


पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड का जो भी काम होना है वो नगर निगम के क्षेत्र में होना है और स्मार्ट सिटी का सारा काम निगम की देखरेख में ही रहा है. फिलहाल कई प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है और लोग इसको लेकर खुश भी नजर आ रहे हैं.