केंद्रीयकृत तरीके से लिए जाएंगे आवेदन, सातवें दौर के अभ्यर्थियों को राहत
Education in Bihar: दरअसल बिहार में अब तक छठे दौर का नियोजन हुआ है और इसमें अभ्यर्थियों को आवेदन देने के लिए जिले-जिले भटकना होता था. इसे आप इस तरह से समझ सकते हैं कि, अगर भागलपुर के किसी अभ्यर्थी को मोतिहारी में आवेदन देना हो तो उसे या तो डाक के जरिए आवेदन भेजना होता था या फिर खुद जाकर संबंधित नियोजन इकाई में फॉर्म भरना होता था.
पटनाः सातवें दौर के नियोजन में हिस्सा लेने वाले अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत वाली खबर है. दरअसल,शिक्षा विभाग इस बात पर गंभीरता से विचार कर रहा है कि सातवें दौर के नियोजन में आवेदन लेने की प्रक्रिया ऑनलाइन हो. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने इसकी जानकारी दी. दीपक कुमार सिंह ने कहा कि, अभी अभ्यर्थियों को नियोजन इकाई में जाकर आवेदन देने में परेशानी होती है. लिहाजा इन्हीं मुश्किलों से निजात दिलाने के लिए विभाग इस पर विचार कर रहा है. दीपक कुमार सिंह ने कहा कि, कांउसिलिंग भले ही नियोजन ईकाई के स्तर पर हो लेकिन आवेदन लेने की प्रक्रिया,उसके विकल्प के चयन की प्रक्रिया ऑनलाइन हो.
दीपक कुमार सिंह के मुताबिक, सातवें चरण का नियोजन आवेदन की प्रक्रिया केंद्रीयकृत हो इस पर विचार चल रहा है.
बिहार में अब तक छठे दौर का नियोजन हुआ
दरअसल बिहार में अब तक छठे दौर का नियोजन हुआ है और इसमें अभ्यर्थियों को आवेदन देने के लिए जिले-जिले भटकना होता था. इसे आप इस तरह से समझ सकते हैं कि, अगर भागलपुर के किसी अभ्यर्थी को मोतिहारी में आवेदन देना हो तो उसे या तो डाक के जरिए आवेदन भेजना होता था या फिर खुद जाकर संबंधित नियोजन इकाई में फॉर्म भरना होता था.
विभाग ने निकाला समाधान
अब विभाग ने इसके लिए समाधान निकाला है. यानि अभ्यर्थियों की बड़ी राहत मिलेगी. बिहार में फिलहाल छठे दौर का नियोजन अंतिम पड़ाव पर है. जुलाई के आखिर या अगस्त के दूसरे हफ्ता तक इसके पूरी होने की संभावना है. बिहार में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा यानि एसटीइटी के लिए अधिसूचना साल 2019 में निकली थी और साल 2020 में इसकी दो बार परीक्षा हुई. जब जनवरी में परीक्षा हुई तो प्रश्न पत्र लीक होने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया.
भरी जाएगी खाली जगह
फिर दूसरी बार अगस्त सितंबर के महीने में परीक्षा हुई. 12 मार्च 2021 और 21 जून 2021 को इसे परिणाम आए.हालांकि यहां भी बवाल तब शुरू हो गया जब मार्क्स सीट में मेरिट औऱ नॉन मेरिट नाम का कॉलम आया. हालांकि बाद में शिक्षा विभाग ने ये साफ कर दिया कि मेरिट और नॉन मेरिट नाम की कोई चीज नहीं है जो भी सफल हुए हैं उन्हें नियोजन में अवसर मिलेगा. सातवें दौर के नियोजन के जरिए क्लास नौ से लेकर क्लास बारह तक के स्कूलों में खाली जगह को भरा जाएगा.
रिपोर्टः प्रीतम कुमार