पत्नी को किया फोन तो नहीं हो पाई बात, फिर साथी जवान ने किया घर पर कॉल और पसर गया मातम
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के केरी सेक्टर में डांगी नाला के समीप सेना का एम्बुलेंस एक गहरी खाई में गिर गया. इस दुर्घटना में बिहार के भोजपुर जिले के एक जवान सुधीर कुमार शहीद हो गए.
आरा: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के केरी सेक्टर में डांगी नाला के समीप सेना का एम्बुलेंस एक गहरी खाई में गिर गया. इस दुर्घटना में बिहार के भोजपुर जिले के एक जवान सुधीर कुमार शहीद हो गए. उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव चांदी थाना क्षेत्र के कुंजन टोला पहुंचा तो चारों तरफ सुधीर कुमार अमर रहे के नारों से इलाका गूंज उठा.
शहीद सुधीर कुमार की पत्नी ने बताया कि दुर्घटना से कुछ घंटे पहले उनका फोन आया था लेकिन घर के काम में ज्यादा व्यस्त होने की वजह से फोन नहीं उठा पायी. फिर दोपहर करीब डेढ़ बजे फोन आया तो वह चौंक गई उनके पति के साथी जवान ने बताया कि उनके पति दुर्घटना में शहीद हो गए हैं. अब पत्नी पूरे जीवन इस आत्म ग्लानि में जिएगी की उनसे आंतिम बार बात भी नहीं हो पाई, काश तब उसने वह फोन रिसीव कर लिया होता.
बता दें कि सेना का एंबुलेंस शनिवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के केरी सेक्टर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें दो जवान शहीद हो गए. उसमें से एक भोजपुर के रहनेवाले सुधीर कुमार भी थे. बता दें की शहीद जवान का शव जब घर पर आया तो उसे तिरंगे में लिपटा देखकर माता-पिता, तीनों बहनें और शहीद सुधीर की पत्नी चित्कार करने लगे. इससे पूरा माहौल गमगीन हो गया.
शहीद सुधीर के पार्थिव शरीर पर वहां के एसपी और डीडीसी ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी इसके साथ ही दानापुर रेजिमेंट से आए जवानों ने सुधीर को अंतिम सलामी दी. वहीं बड़हरा के महुली गंगा घाट पर उनके बड़े बेटे विशाल नें उन्हें मुखाग्नि दी और यहां शहीद सुधीर का अंतिम संस्कार किया गया.
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बता दें कि शनिवार को जम्मू-कश्मीर में यह दुर्घटना हुई थी और रविवार को देर रात शहीद का शव फ्लाइट से पटना लाया गया. वहां से उनके पार्थिव शरीर को दानापुर रेजिमेंट सेंटर ले जाकर रखा गया, वहां सेना के जवानों और अधिकारियों के द्वारा उन्हें अंतिम सलामी दी गई. वहां से सोमवार की सुबह उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया. शहीद सुधीर के भाई ने बताया कि अभी तो एक हफ्ते पहले ही भाई से बात हुई थी और उन्होंने बताया था कि उनका ट्रांसफर हो गया है जल्दी छुट्टी मिलेगी तो घर आएंगे.