Astrology: इंडियन आइडल के 14वें सीजन के साथ ही भारतीय संगीत के प्रेमीयों का इंतजार खत्म हो गया है. इस सीजन के प्रतिभागी अपनी तकदीर आजमा रहे हैं और ज्योतिष के दृष्टिकोण से गजकेसरी योग का महत्वपूर्ण है, जो संगीत और कला क्षेत्र में सफलता दिलाने का कहा जाता है.


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संगीत को भाषा से प्रेरणा लेने वाला यह शौक हर किसी को आकर्षित करता है. गाने की कला सरहदों को पार कर सकती है और इसमें एक अद्वितीयता है जो सभी को संगीतकार बनने की कवायद में खो जाने के लिए प्रेरित करती है. ज्योतिषशास्त्र में बुध, शुक्र और चंद्रमा ग्रहों को संगीत और कला के क्षेत्र में शुभ ग्रहों के रूप में माना गया है. इन ग्रहों की मजबूत स्थिति वाले व्यक्तियों को संगीत में पारंगत होने की संभावना बढ़ जाती है.


गजल गायक जगजीत सिंह की कुंडली का विश्लेषण भी इस दिशा में रूचिकर है. उनके लिए बुध ग्रह वाणी का कारक है और इसकी मजबूती ने उन्हें गजल गायकी में विशेषज्ञ बनाया. शनि और गुरु की युति ने भी उन्हें संगीत के क्षेत्र में नए आयाम दिखाए. शुक्र और सूर्य की युति ने उन्हें लोकप्रियता में बढ़ोतरी की.


कुंडली के दूसरे, पांचवें और दसवें भावों का विश्लेषण करते हुए ज्योतिषशास्त्र यह सुनिश्चित करता है कि व्यक्ति की संगीत में सफलता के लिए योग्यता है या नहीं. इन भावों की मजबूती व्यक्ति को संगीतकार बनने में सहायक हो सकती है. ज्योतिष में कहा जाता है कि उपायों के माध्यम से ग्रहों की शुभता में सुधार किया जा सकता है. बुध ग्रह के उपायों में बुधवार को हरी चीजों का दान, भगवान गणेश की पूजा और उन्हें दूर्वा घास चढ़ाना शामिल हैं.


गजकेसरी योग का महत्व और ज्योतिषीय उपायों के साथ-साथ, मानव जीवन में संगीत की अद्वितीयता और उसका ज्योतिषीय परिचय हमें संगीत के प्रति नए दृष्टिकोण प्रदान करता है. संगीत का रंगीन पैरेट में यह ज्योतिषीय दृष्टिकोण एक नए संगीतीय सफर की शुरुआत कर सकता है.


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