भागलपुर : भागलपुर में हवाई सेवा की शुरुआत को लेकर फिर से कार्रवाई तेज हुई है. विमान मंत्रालय बिहार सरकार की ओर से जिलाधिकारी को जमीन चयन को लेकर पत्र मिलने के बाद जिलाधिकारी ने गोराडीह में 475 एकड़ जमीन की रिपोर्ट बढ़ाई है. दरअसल, भागलपुर से हवाई सेवा का मुद्दा हर चुनाव में मुद्दा बनकर रह जाता है. नेताओं के बयान हवा हवाई रह जाते है. अब एक बार फिर हवाई उड़ान की पहल शुरू हुई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बिहार सरकार के विमान मंत्रालय की ओर से जिलाधिकारी को जमीन चयन के लिए कहा गया जिलाधिकारी ने टीम गठित कर एडीएम को रिपोर्ट सौंपने को कहा. एडीएम ने गोराडीह स्थित गौशाला की 475 एकड़ जमीन चिन्हित कर डीएम को रिपोर्ट सौंपा है. डीएम ने फाइल आगे बढ़ाई है लेकिन यह पहली दफा नहीं है जब भागलपुर से इस तरह की पहल हुई है. बीते लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी पहल हुई तब कहा गया था कि पुराने एयरपोर्ट से ही 20 सीटर तक के विमान की शुरुआत होगी. उसके बाद न्यू ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की बात शुरू हुई लेकिन चुनाव के बाद फिर से मामला ठंडे बस्ते में चला गया.


भागलपुर में यहां की सिल्क उद्योग को बढ़ावा देने जीआई टैग प्राप्त कतरनी धान व जर्दालु आम को विदेशों तक पहुंचाने, पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी न्यू ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की जरूरत है. पूर्व का एयरपोर्ट हवाई सेवा के लिए पर्याप्त नहीं है. यहां करोड़ों खर्च कर सिर्फ काम करवाये जाते है. पिछले वर्ष भी 12 करोड़ आवंटित की गई जिससे रनवे, बाउंड्रीवाल व लाइटिंग पर खर्च किया जा रहा है लेकिन यह सिर्फ हाथी के दांत की तरह है. एयरपोर्ट ग्राउंड गाय भैंस के चरने का जगह बन गया है, रनवे बाइकर्स के लिए स्टंट का जगह बन गया है.


आम लोगों ने कई माध्यम से सरकार से हवाई सेवा की मांग की इसके साथ ही विधानसभा हो या लोकसभा कई दफा यह मांग उठी की हवाई सेवा शुरू होनी चाहिए. कांग्रेस विधायक अजित शर्मा विधानसभा में लगातार हवाई सेवा शुरू करवाने की बात की 2020 में उन्होंने तत्कलीन उड्डयन मंत्री को पत्र लिखा था. इसके कुछ दिन बाद जवाब आया था कि आरसीएस उड़ान प्रचालन के लिए कोई वैध बोली नहीं लगाई गई है. इसके बाद फिर हवाई अड्डा का मुद्दा पेपर में सीमित रह गया. वहीं केंद्रीय मंत्री से गोड्डा सांसद निशिंकान्त दुबे व भागलपुर सांसद अजय मंडल ने भी पत्र लिखकर हवाई सेवा शुरू कराए जाने को लेकर पहल किये जाने की बात कही थी.


विधायक अजित शर्मा ने कहा कि भागलपुर का सिल्क उद्योग पूरे विश्व में जाना जाता है उसका व्यापार आगे बढ़े इसके लिए साथ ही उधोग भी लगेंगे लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके लिए हवाई सेवा की जरूरत है. मैंने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखा था विधानसभा में भी आवाज उठाया है. जमीन बहुत है बस काम करने की जरूरत है. वहीं सांसद अजय मंडल ने कहा की प्रयास का फल है कि हवाई अड्डा के लिए प्रोपोजल आया है उसके हिसाब से काम हो रहा है. हम चाह रहे है कि जब तक नया एयरपोर्ट बनेगा उससे पहले कम सीटर का पुराने एयरपोर्ट से शुरुआत करें.


इनपुट- अश्वनी कुमार


ये भी पढ़िए-  Jharkhand News: पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बजट सत्र में शामिल होने वाले पिटीशन पर हुई सुनवाई