बिहार की जहरीली होती जा रही हवा, प्रदूषित शहरों की सूची में छपरा सबसे आगे
एनएच 19 पर डोरीगंज का मार्ग जहां सड़को पर धूल उड़ते रहता है, तो वही छ्परा बाईपास फोरलेन कचड़े का प्रदर्शन करता हुआ नजर आ रहा है. बिहार के कई शहरों की एयर इंडेक्स क्वालिटी खराब है, यदि छ्परा में ऐसी ही स्थिति रही तो जल्द ही छ्परा भी प्रदूषित शहरों की लिस्ट में अव्वल नजर आएगा.
पटना : बिहार की हवा दिन प्रतिदिन जहरीली होती जा रही है. दूषित हवा के चलते लोगों को सांस लेने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रदूषित शहरों के सूची में छपरा शहर भी शामिल है. इसका सबसे बड़ा कारण नगर निगम की लापरवाही ही है, सड़को पर सफाई नहीं होने से गाड़ियों के चलने से धूलकण उड़ने से वायु प्रदूषण बढ़ा है. छ्परा के एनएच 19 पर जिस प्रकार से लगातार नगर पालिका द्वारा शहर के कचड़े को सड़कों किनारे फेंका जा रहा है और उसे जलाया जा रहा है, कहीं न कहीं छ्परा के लिए वह बड़ी बीमारियों को दावत दे रहा है.
प्रदूषित शहरों की लिस्ट में अव्वल आएगा छपरा
बता दें कि इस एनएच 19 पर डोरीगंज का मार्ग जहां सड़को पर धूल उड़ते रहता है, तो वही छ्परा बाईपास फोरलेन कचड़े का प्रदर्शन करता हुआ नजर आ रहा है. बिहार के कई शहरों की एयर इंडेक्स क्वालिटी खराब है, यदि छ्परा में ऐसी ही स्थिति रही तो जल्द ही छ्परा भी प्रदूषित शहरों की लिस्ट में अव्वल नजर आएगा. बिहार में वायु प्रदूषण की खराब होती स्थिति लोगों के स्वास्थ्य पर खतरनाक असर कर रहा है. अगर जल्द ही इस पर रोक नहीं लगी तो शहर की हालात बिगड़ सकते है.
प्रदूषण से शरीर के कई अंग होंगे प्रभावित
डॉक्टरों के अनुसार शाहर में वायु प्रदूषण के जो हालात होते जा रहे हैं उससे शरीर के कई अंग प्रभावित होते हैं. सबसे पहले आंख प्रभावित होती है. आंखों में जलन शुरू हो जाती है. त्वचा में इचिंग जैसी समस्या हो सकती है. प्रदूषण ज्यादा होने से सबसे ज्यादा लंग्स प्रभावित होता है, वहीं हर्ट अटैक की समस्या भी उत्पन्न होती है. लोगों के प्रजनन क्षमता पर भी ये असर करता है.
घर में रहकर लोग खुद को रखे सुरक्षित
बता दें कि प्रदूषण से बचाव का मुख्य उद्देश्य है कि लोग घर से बाहर जब भी निकलें तो कोशिश करें की फुल कपड़े पहनकर निकलें. साथ ही लोग मास्क का प्रयोग जरूर करें. मास्क लगाने से लोग प्रदूषण से अपना बचाव कर सकते है. साथ ही गाड़ी के धुआं से जितना बच सके लोगों को बचना चाहिए.
इनपुट- राकेश कुमार सिंह