Patna: बिहार में आज कैबिनेट का विस्तार हो रहा है. बिहार सरकार में इस बार आरजेडी के 15, JDU के 12, कांग्रेस के दो और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के एक विधायक शामिल किया है, जबकि एकलौते निर्दलीय विधायक सुमित सिंह को भी नीतीश मंत्रिमंडल में जगह मिली है. इससे पहले वो NDA सरकार में भी मंत्री थी. वो बिहार के दिग्गज नेता दिवंगत नरेंद्र सिंह के बेटे हैं. उनके दादा स्वतंत्रता सेनानी, कुशल राजनीतिज्ञ स्व श्रीकृष्ण सिंह थे, वो भी चकाई से दो बार विधायक रह चुके हैं. 


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वो जेएनयू के छात्र थे और छात्र जीवन से ही वो राजनीति में सक्रिय हैं. उन्होंने पहली बार 2010 में चकाई विधानसभा से जेएमएम की टिकट पर चकाई से ही चुनाव जीता था.


एकलौते निर्दलीय विधायक


2015 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें जेडीयू ने टिकट नहीं दिया जिसके बाद वो निर्दलीय चुनाव लड़े थे. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. साल 2020 के चुनाव में भी वो निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे थे और चकाई से जीत दर्ज की थी. वो बिहार में निर्दलीय विधायक बनने वाले एकलौते विधायक थे. 


दादा पर अंग्रेजों ने रखा था इनाम 


उनके दादा श्रीकृष्ण सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था. इस दौरान अंग्रेजों ने उन पर पांच हज़ार रुपये का इनाम रखा था. देश आजाद होने के बाद वो उन्होंने राजनीति में भी कदम रखा था. वो साल 1962 में झाझा विधानसभा से विधायक बने थे. इसके बाद वो 1967, वर्ष 1969 में उन्होंने फिर से चुनाव जीता था. बाद में वो प्रदेश सरकार पथ परिवहन विभाग, पीएचडी और पशुपालन विभाग का कार्यभार संभाल चुके हैं.