Gaya Observation Home Prisoner: गया पर्यवेक्षण गृह (बाल सुधार गृह) में बंद एक बाल कैदी को उसके परिजन जबरन इलाज के लिए ले गए. यह घटना अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एएनएमएमसीएच) में हुई, जहां सात बाल कैदियों को डायरिया की शिकायत पर भर्ती कराया गया था.


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दरअसल, सोमवार की देर शाम डायरिया की समस्या के चलते पर्यवेक्षण गृह के अधिकारियों ने इन सात बाल कैदियों को अस्पताल भेजा था. इनमें से एक 17 वर्षीय बाल कैदी को उसके परिजन जबरन अस्पताल से ले गए. अस्पताल में इलाज के दौरान परिजनों को इसकी जानकारी मिली और वे अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे, जहां कैदियों का इलाज चल रहा था. परिजनों ने इलाज कराने का बहाना बनाकर बाल कैदी को अपने साथ ले जाने का प्रयास किया और सफल रहे. सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी यह सब देखते रहे लेकिन कुछ नहीं कर सके.


साथ ही घटना के एक दिन बाद मंगलवार को पर्यवेक्षण गृह के अधिकारियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. अधिकारी लवलेश सिंह ने बताया कि सुरक्षाबलों से जबरदस्ती कर एक बाल कैदी को उसके परिजन अपने साथ ले गए हैं. हालांकि, यह नहीं पता कि उसे किस निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सुरक्षा बलों ने बताया कि पांच लोग आए थे और इलाज कराने की बात कहकर जबरन बाल कैदी को ले गए.


फिलहाल पुलिस और पर्यवेक्षण गृह के अधिकारी बाल कैदी की जानकारी जुटाने में लगे हैं, लेकिन अब तक उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और अधिकारी यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.


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