बिहार में निमोनिया और गैस्ट्रो के मरीजों की बढ़ रही संख्या, अस्पताल में 209 मरीज भर्ती
इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक पीएमसीएच के शिशु रोग विभाग में रोजाना 20 से 25 बच्चे भर्ती हो रहे हैं. इनकी उम्र 2 साल से 15 साल के बीच की है. हालांकि राहत की बात यह है कि तीन से चार दिन इलाज के बाद वह ठीक हो रहे हैं.
पटना : बिहार में बदलते मौसम की वजह से बच्चों में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बढ़नी शुरू हो गई है. बता दें कि शनिवारा को बुखार के साथ निमोनिया गैस्ट्रो की तकलीफें बच्चों में देखने को मिली. शहर के पीएमसीएच अस्पताल फुल हो गये हैं. यहां बीते पांच दिन के अंदर 209 मरीजों को भर्ती कराया गया है.
अस्पताल में पांच दिन में भर्ती हुए 209 बच्चे
बिहार में मौसम में बदल के साथ निमोनिया और गैस्ट्रो की मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. शनिवार को पीएमसीएच अस्पताल में करीब 209 मरीजों को भर्ती किया गया. बता दें कि 24 मरीजों को सांस लेने में दिक्कत होने पर भर्ती करना पड़ा है. डॉक्टरों ने बच्चों के माता-पिता को नजरअंदाज न करने की सलाह दी है. पीएमसीएच शिशु रोग विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि वर्तमान में जो मौसम चल रहा है उससे ठंड ज्यादा लगती है. क्योंकि अभी अधिकतर लोगों को स्वेटर पहनने की आदत नहीं हुई है.
अस्पातल में भर्ती मरीजों में बच्चों की संख्या है ज्यादा
बता दें कि इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक पीएमसीएच के शिशु रोग विभाग में रोजाना 20 से 25 बच्चे भर्ती हो रहे हैं. इनकी उम्र 2 साल से 15 साल के बीच की है. हालांकि राहत की बात यह है कि तीन से चार दिन इलाज के बाद वह ठीक हो रहे हैं. इलाज कराने आ रहे मरीज सांस, निमोनिया, कोल्ड डायरिया, अस्थमा, पेट दर्द, उलटी और तेज बुखार आदि रोग से ग्रसित हो रहे हैं. शिशु रोग, बाल रोग, एनआइसीयू और मैटरनिटी के पीआइसीयू के बेड फुल हैं.
इस समय कैसे रखें बच्चों का ध्यान
बता दें कि दो साल से बड़े बच्चों को फल और विटामिन सी वाली सब्जियां खिलाएं. साथ ही सोने का समय बढ़ाएं और कम से कम 11 घंटे नींद लेने दें. बाहर खेलने के लिए ठीक से कपड़े पहनकर ही भेजें. गर्म व मुलायम गर्म कपड़े ही पहनाने हैं और बच्चों को गुनगुना पानी पिलाएं.