पटना: Bihar Liquor Ban: सोमवार (7 नवंबर) को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि पुलिस अब शराब पीने वालों पर कम ध्यान देगी, लेकिन अगर पीते हुए पकड़े गए तो उन्हें जेल जाना ही पड़ेगा. सीएम ने इस दौरान अधिकारियों को प्रदेश में शराबबंदी को सख्ती से लागू करने, आपूर्ति मार्गों पर नकेल कसने का निर्देश भी दिया. 


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शराब तस्कर में शामिल लोगों की जल्द हो गिरफ्तारी
सीएम ने बैठक में कहा कि पुलिस का ज्यादा फोकस अब शराब पीने वालों की जगह व्यवसायियों पर रहेगा. इसके अलावा सीएम ने आधिकारियों से अन्य राज्यों से बिहार में शराब की तस्करी में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने को भी कहा. उन्होंने कहा कि पुलिस विशेष रूप से शराब सप्लायर पर ध्यान देते हुए उन्हें पकड़ने, जेल भेजने और सजा दिलाने का काम करेगी. 


शराब तस्करों पर पुलिस कसेगी नकेल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मद्य निषेध और निबंधन विभाग की समीक्षा बैठक के बाद मुख्य सचिव अमीर सुभानी ने कहा कि सीएम ने बैठक में स्पष्ट कर दिया है कि पुलिस, शराबबंदी और आबकारी विभागों के अधिकारियों का ध्यान प्रदेश में शराब आपूर्ति और वितरण श्रृंखलाओं को तोड़ने पर होना चाहिए. इसलिए संबंधित अधिकारियों की प्राथमिकता के आधार पर पहले उन रास्तों की पहचान करनी होगी जिनके जरिए बिहार में दूसरे राज्यों से शराब की तस्करी की जा रही है और इस अवैध कारोबार में शामिल लोगों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाए. उन्होंने कहा कि इसका मतलब ऐसा नहीं है कि पीनेवालों को नहीं पकड़ा जाएगा, पहली बार शराब पीनेवालों को जुर्माना लेकर छोड़ा जाएगा, लेकिन दुबारा कोई पीते हुए पकड़ा जाएगा, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.


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