पटना: Bihar Municipal Elections 2022: पटना नगर निगम को नया मेयर कौन होगा ये 22 अक्टूबर के नतीजे से पता चल जाएगा. लेकिन इससे पहले उम्मीदवारों ने तैयारियां शुरू कर दी है. राजधानी होने के साथ ही पटना बिहार का सबसे बड़ा शहर भी है लिहाजा इसकी अपनी पहचान है. हालांकि, ये शहर कई मामलों में अब भी पिछड़ा है लिहाजा अक्टूबर में होने वाले चुनाव के लिए जनता ने मुद्दे तय कर दिए हैं.


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आम लोगों के मुताबिक, राजधानी की नई महापौर ऐसी हो जिनमें काम कराने का माद्धा हो. सड़कें साफ हों, गलियों में रोशनी हो और शहर की अपनी पहचान बने. इसमें कोई शक नहीं कि पिछले पांच साल में नगर निगम में काम हुए हैं. हर घर से कचरा उठ रहा है. सड़कें पहले की अपेक्षा साफ दिखती हैं लेकिन किसी भी शहर के लिए इतना ही काफी नहीं है. 


10 लाख या उससे आबादी वाले शहरों में सफाई के क्षेत्र में पटना 47वें स्थान पर रहा है. भारत सरकार हर साल साफ सफाई वाले शहरों का आंकड़ा जारी करता है और हर साल पटना को निराशा हाथ लगती है. साल 2019 के सितंबर-अक्टूबर में आई बाढ़ ने राजधानी में जमकर तबाही मचाई थी. 10 दिनों तक यहां समंदर जैसे हालात थे. 


हालांकि, पटना की मौजूदा मेयर सीता साहू अपने काम से संतुष्ट दिखती हैं. वो दोबारा चुनाव में जिताने की अपील भी करती हैं. पटना नगर निगम का मौजूदा बजट 1400 करोड़ का है. दो साल पहले इसका बजट 3500 करोड़ रुपए का था. कायदे से 18 लाख की आबादी वाले इस शहर में बुनियादी और आधारभूत संरचना कहीं ज्यादा मजबूत होनी चाहिए थी. लेकिन राजधानी के कुछ पॉश इलाकों को छोड़ दें तो दूसरे हिस्से अब भी पुराने और उबाऊ शहर के रूप में ही लगते हैं.