Patna: बिहार में कोरोना कहर बनकर टूटा है. पिछले साल के मुकाबले इस बार कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला है. इस कारण से मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है. वहीं, शुक्रवार को बिहार में 12,672 कोरोना के नए मरीज मिले. इसमें, सिर्फ पटना में नए मरीजों की संख्या 2 हजार 801 है. साथ ही कोरोना से मरने वाले मरीजों कम शव राजधानी के श्मशान घाटों पर लगातार पहुंच रही हैं. लेकिन इधर कुछ दिनों से पटना के घाटों पर इंतजाम अच्छे हो जाने से लोगों को लाश जलाने में सुविधा हो रही है.


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जानकारी के अनुसार, मौत के कारण बांस घाट हो या गुलबी घाटों पर लगातार एंबुलेंस शवों के लेकर पहुंच रही है. बांस घाट पर लाशों के साथ एंबुलेंस की लाइन देखी जा रही है. यहां बांस घाट पर विद्युत शवदाह गृह के साथ ही लकड़ी के जरिए भी शवों को जलाने की सुविधा है. लिहाजा, विद्युत शवदाह गृह से आसमान में धुओं को मोटा गुबार देखा जा रहा है. इसी तरह गंगा किनारे लकड़ी से बनी अर्थियों को जलाया जा रहा है. 


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वहीं, पटना के गुलाबी घाट पर कोरोना से मरने वालों की लाश लगातार पहुंच रही है. गुलाबी घाट पर भी कोरोना से मरने वाले व्यक्ति का शव बिजली के साथ-साथ लकड़ी पर जलाए जाने की सुविधा है. इस घाट पर बेहतर व्यवस्था के लिए पटना नगर निगम ने अपने कर्मचारियों को तैनात किया है. वहीं, यहां तैनात कर्मचारी विनोद कुमार के अनुसार, इतनी लाशें कभी यहां जलाने के लिए नहीं पहुंची थी. विनोद कुमार के अनुसार, 12 अप्रैल से अब तक यहां औसतन 15 से 20 लाश कोरोना से मरने वाले लोगों की पहुंचती हैं. कर्मचारी ने कहा कि शुक्रवार को भी 15 कोरोना से मरने वाले व्यक्तिों का दाह संस्कार किया गया. दूसरी तरफ यहां पर निगम की तरफ से सेनिटाइजेशन भी किया जा रहा है.