ये भारतीय राजा खाता था 'चिड़िया का भेजा', हिटलर ने इन्हें दिया था कीमती गिफ्ट और थीं 350 रानियां...
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ये भारतीय राजा खाता था 'चिड़िया का भेजा', हिटलर ने इन्हें दिया था कीमती गिफ्ट और थीं 350 रानियां...

Viral News: भारतीय राजाओं के बारे में आपने कई कहानियां सुनी होंगी जो अपनी शानदार जीवनशैली के लिए मशहूर थे, लेकिन महाराजा भूपिंदर सिंह की कहानी कुछ खास है. महाराजा भूपिंदर सिंह, जो पटियाला राज्य के एक महान राजा थे.

 

ये भारतीय राजा खाता था 'चिड़िया का भेजा', हिटलर ने इन्हें दिया था कीमती गिफ्ट और थीं 350 रानियां...

Maharaja Bhupinder Singh Lifestyle: भारतीय राजाओं के बारे में आपने कई कहानियां सुनी होंगी जो अपनी शानदार जीवनशैली के लिए मशहूर थे, लेकिन महाराजा भूपिंदर सिंह की कहानी कुछ खास है. महाराजा भूपिंदर सिंह, जो पटियाला राज्य के एक महान राजा थे, अपने असाधारण ऐश्वर्य और विलासिता के लिए जाने जाते थे. उनके जीवन में कई किस्से हैं जो आज भी चर्चा का विषय बनते हैं. ऐसा दावा किया गया है कि राजा ने 350 महिलाओं को अपने हरम में रखा और दिनभर में 9 किलो भोजन खाने का दावा किया जाता है. उनके द्वारा बनवाया गया पटियाला पेग और पटियाला हार की धूम आज भी सुनाई देती है.

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भूपिंदर सिंह के खानपान की आदतें

महाराजा भूपिंदर सिंह को खाने का बेहद शौक था. “वह एक दिन में 20 पाउंड खाना खा जाते थे या फिर चाय के समय दो मुर्गे तक खा जाते थे.” लारी कॉलिंस और डोमिनिक लैपियर ने अपनी किताब Freedom at Midnight में लिखा है. महाराजा का खाना खाने का तरीका बेहद अनोखा था. कहा जाता है कि वह चिड़िया के मस्तिष्क को भी खाते थे. उनका खाना न सिर्फ विशाल था, बल्कि विविधता से भरा हुआ था.

महाराजा का हरम और महिलाओं से जुड़ी बातें

महाराजा भूपिंदर सिंह की शारीरिक इच्छाओं को लेकर भी कुछ रोचक तथ्य सामने आए हैं. उनके पास एक विशाल हरम था जिसमें उन्होंने जीवनभर 350 महिलाओं को रखा. उन्होंने अपने हरम की महिलाओं के रूप और आकर्षण को और बढ़ाने के लिए फ्रांस और ब्रिटेन से प्लास्टिक सर्जन भी बुलवाएं. यह दिखाता है कि वह अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते थे.

पटियाला में यह कहा जाता था कि महाराजा अपने पसंदीदा महिलाओं को बर्फ से भरे स्विमिंग पूल के आसपास रखता था ताकि वह तैरते समय एक हाथ से उन्हें छू सकें या एक गिलास व्हिस्की का लुत्फ उठा सकें. यह उनके जीवन की विलासिता और उनकी व्यक्तिगत प्राथमिकताओं को दर्शाता था.

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महाराजा और एडोल्फ हिटलर का विशेष संबंध

महाराजा भूपिंदर सिंह का जीवन और भी दिलचस्प हो जाता है जब 1935 में जर्मन चांसलर एडोल्फ हिटलर ने उन्हें एक शानदार मयबैक कार उपहार में दी थी. यह कार उनके और हिटलर के विशेष संबंध का प्रतीक बन गई. यह घटना दर्शाती है कि महाराजा का संबंध केवल भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों के शाही परिवारों से भी था.

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