बिहार के निजी अस्पताल भी होंगे पंजीकृत, जानें क्या मिलेगा लाभ
डॉ.केके राय के अनुसार इस पहल से राज्य के अस्पतालों में डिजिटल परामर्श को बढ़ावा मिल रहा है. डॉक्टरों को अपने रिकॉर्ड तक पहुंचने में भी सहूलियत मिलेगी. ऐसे में अब मरीजों के पुराने मेडिकल रिकॉर्ड खो नहीं सकते है.
पटना : बिहार में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत राज्य के सभी निजी अस्पतालों को पंजीकृत करने का प्रयास किया जा रहा है. अब तक पटना समेत बिहार के करीब 12 हजार 600 सरकारी अस्पतालों में 12400 अस्पताल पंजीकृत किए जा चुके है, बाकी अन्य अस्पतालों को पंजीकृत करने का प्रयास किया जा रहा है.
डिजिटल मिशन के तहत पंजीकृत हो रहे अस्पताल
बता दें कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत अस्पतालों को पंजीकृत करने का प्रयास किया जा रहा है. अब नये नियम के अनुसार प्रदेश के सभी प्राइवेट अस्पतालों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया गया है. स्वास्थ्य संस्थानों के बाद राज्य के सभी चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों जैसे आशा, एएनएम के अलावा मरीजों का भी रजिस्ट्रेशन किया जायेगा. इसके अलावा सिविल सर्जन डॉ. केके राय ने अनुसार आयुष्मान योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले इस दिशा में तेजी से कार्य किये जा रहे हैं. सभी मेडिकल कॉलेज, जिला व अनुमंडलीय अस्पताल के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य उप केंद्र को पंजीकृत किया जा रहा है. इस पहल से न केवल अस्पतालों की प्रक्रिया सरल होगी, बल्कि इससे लाभुकों को भी फायदा होगा.
अब नहीं खो सकेंगे मरीजों के पुराने मेडिकल रिकॉर्ड
डॉ.केके राय के अनुसार इस पहल से राज्य के अस्पतालों में डिजिटल परामर्श को बढ़ावा मिल रहा है. डॉक्टरों को अपने रिकॉर्ड तक पहुंचने में भी सहूलियत मिलेगी. ऐसे में अब मरीजों के पुराने मेडिकल रिकॉर्ड खो नहीं सकते है. प्रत्येक रिकॉर्ड डिजिटल तौर पर संग्रहित किए जाएंगे. इससे डॉक्टर मरीजों का बेहतर इलाज कर सकेंगे.
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