Bihar Teacher's Break: बिहार के नए अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ के कार्यभार संभालने के बाद शिक्षकों पर थोड़ी नरमी बरती जा रही है. एस सिद्धार्थ के कार्यकाल में बिहार के शिक्षकों को आखिरकार 20 मिनट का ब्रेक मिल ही गया. इससे पहले केके पाठक ने काफी टाइट करके रखा था. केके पाठक के कार्यकाल में मास्टर साहब को सुबह साढ़े 6 बजे लेकर 12 बजकर 10 मिनट तक किसी तरह का कोई ब्रेक नहीं था. लिहाजा शिक्षकों और बच्चों के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. अब शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखकर कहा है कि 10 जून से 30 जून तक शैक्षणिक कार्य के संचालन हेतु समय सारणी निर्धारित है. 


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विद्यालय में प्रति नियुक्त शिक्षकों के लिए अल्पाहार अवकाश के लिए समय निर्धारण करने की आवश्यकता महसूस की गई है. उक्त के संदर्भ में निर्देश है कि विद्यालय में शैक्षणिक कार्य हेतु निर्धारित अवधि में परिवर्तन किए बगैर आवश्यकता अनुसार किसी 1 घंटी के पश्चात स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार यदि आवश्यक हो तो विद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों को 20 मिनट का स्नैक्स ब्रेक हेतु अपने स्तर से निर्णय लिया जाए.


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इससे पहले सरकारी विद्यालयों की निगरानी और निरीक्षण में अफसरों को अहम जिम्मेवारी दी गई है. शिक्षा विभाग ने विद्यालयों का निरीक्षण के लिए मुख्यालय से सभी 38 जिलों के लिए एक-एक अफसर की तैनाती की है. प्रत्येक अफसर को तीन माह के लिए जिला आवंटन किया गया है. सरकारी आदेश के मुताबिक, इन अफसरों को हर सप्ताह कम-से-कम पांच विद्यालयों का निरीक्षण करना होगा और उसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग के पोर्टल पर अपलोड करके भेजनी होगी.