Bihar Teacher: केके पाठक का आदेश ने ली शिक्षक की जान! स्कूल में ड्यूटी के दौरान मौत
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Bihar Teacher: केके पाठक का आदेश ने ली शिक्षक की जान! स्कूल में ड्यूटी के दौरान मौत

KK Pathak: जमुई में स्कूल में ड्यूटी के दौरान एक शिक्षक की तबीयत बिगड़ने के बाद उनकी मौत हो गई है. जिसके बाद लोगों ने शिक्षा विभाग के खिलाफ जनकर नारेबाजी की.

स्कूल में ड्यूटी के दौरान मौत

जमुई: जमुई जिले के झाझा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बलियाडीह उर्दू स्कूल के एक शिक्षक की अचानक तबीयत बिगड़ गई और वह स्कूल परिसर में ही गिरकर बेहोश हो गए. जिसके बाद अन्य शिक्षकों की मदद से उन्हें झाझा में एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. जहां से डॉक्टर ने स्थिति नाजुक होने के कारण बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया. जहां पटना ले जाने के क्रम में ही रास्ते में शिक्षक की मौत हो गई. मृतक शिक्षक की पहचान वासी अख्तर 49 वर्ष सहायक शिक्षक के रूप में हुई है. वासी अख्तर बलियाडीह उर्दू स्कूल में 2006 से कार्यरत थे.

इधर इस घटना के बाद आक्रोशित दर्जनों ग्रामीणों ने शिक्षकों के साथ मिलकर जमकर बिहार सरकार के विरोध में नारेबाजी किया. इन लोगों का कहना है कि जब स्कूल में बच्चे नहीं तो शिक्षक क्यों, बिहार सरकार हाय हाय,केके पाठक हाय हाय,केके पाठक मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे. इस दौरान दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों शिक्षक के साथ मिलकर मृतक शिक्षक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. घटना को लेकर उत्क्रमित मध्य विद्यालय बलियाडीह उर्दू स्कूल के हेडमास्टर मो. जुबरैल अंसारी ने कहा की सुबह स्कूल आकर अपना अटेंडेंस बनाया.थोड़ी देर के बाद उन्होंने बताया कि मेरी तबीयत ठीक नहीं लग रही है और वह गिर गए. आनन फानन में उन्हें इलाज के लिए झाझा के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया. जहां से बेहतर इलाज के लिए उन्हें रेफर पटना किया गया था. तभी उनकी मौत हो गई.

वहीं एक अन्य शिक्षक ने बताया की सरकार के आदेश का हम लोग पालन कर रहे हैं. सरकार ने आदेश जारी किया कि 30 मई से बच्चों की छुट्टी होनी है और विद्यालय में शिक्षक 9 से 12 बने रहेंगे. हम लोग विद्यालय में बने रहते है. गर्मी की वजह से मौत हो सकता है. वहीं शिक्षक की मौत के बाद परिजनों और शिक्षकों ने मांग की है कि जिले के डीएम और जिला शिक्षा पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार की मदद करें. जब तक अधिकारी नहीं पहुंचेंगे शिक्षक के शव को नहीं दफनाया जाएगा. इधर शिक्षक की मौत शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है. वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार का कहना है कि शिक्षक की मौत हुई है. विभाग सहित हम लोग मर्माहत हैं. जो भी सरकारी व्यवस्था में लाभ मिलना होगा उसे परिजनों को मुहैया कराया जाएगा.

इनपुट- अभिषेक निरला

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