Patna: तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) NDA सरकार गिराने और महागठबंधन की सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं. लेकिन पार्टी के अंदरुनी कलह को संभालना भी तेजस्वी के लिए मुसीबत बना हुआ है. पार्टी प्रवक्ताओं की नई सूची के बाद एक बार फिर से विवाद हो गया है. पार्टी में प्रवक्ताओं की नयी सूची जारी होने के बाद विवाद उभरकर सतह पर आ गया है.  आलम ये है कि पार्टी को एक दिन में ही तीन बार संसोधन के साथ प्रवक्ताओं की सूची जारी कर चुकी है. 


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प्रवक्ताओं के बहाने RJD की कलह आई सामने


सरकार गिराने और सरकार बनाने के दावों के बीच तेजस्वी यादव पार्टी के अंदरुनी कलह से भी घिरे हुए हैं. RJD में चल रहे कलह का खुलासा सोमवार को उस वक्त हुआ, जब पार्टी की ओर से प्रवक्ताओं की नयी लिस्ट जारी की गई.  पार्टी की ओर से जारी सबसे पहली सूची में सभी प्रवक्ताओं को तीन ग्रुप में बांट दिया गया है, पार्टी के सीनियर लीडरों को बी और सी ग्रुप में डाल दिया गया है. उनके लिए बयान जारी करने के दिन भी दो और तीन दिन तय कर दिये गये. इतना ही नहीं पार्टी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेन्द्र को भी ग्रुप बी में डाल दिया गया है.  ग्रुप ए में सबसे नंबर वन प्रवक्ता पूर्व विधायक शक्ति यादव (Shakti Yadav) को जगह दी गयी, जबकि भाई वीरेन्द्र  (Bhai Virendra) को दसवें नंबर पर जगह दी गई है. 


इसके अलावा रामानुज प्रसाद, एज्या यादव को भी ग्रुप बी में जगह दी गई है. विधायक कुमार सर्वजीत, अख्तरुल इस्लाम शाहीन, समीर कुमार महासेठ को ग्रुप सी में जगह दी गई है, जिन्हें हफ्ते में केवल दो दिन बयान जारी करने का आदेश था. प्रवक्ताओं की पहली सूची जारी होते ही पार्टी में बवाल मच गया. भाई वीरेन्द्र ने पहली सूची पर विरोध जताया था, जिसके बाद सूची में बदलाव किया गया. 


मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेन्द्र ने कहा है कि तीनों सूची में मान्य सूची वो है, जिसपर आरजेडी अध्यक्ष के हस्ताक्षर हैं. किसी ने गलती से इस सूची को डाल दिया होगा. भाई वीरेन्द्र की आपत्ति के बाद पार्टी की ओर से दूसरी सूची जारी की गई है, जिसमें राष्ट्रीय प्रवक्ता के अलावा प्रदेश प्रवक्ताओं के नाम शामिल थे. भाई वीरेन्द्र का नाम प्रदेश प्रवक्ताओं में एक नंबर पर डाला गया.  अन्य सीनियर प्रवक्ताओं को भी उनके अनुभव के अनुसार सूची में जगह दी गई है.


'पार्टी में कोई विवाद नहीं'


इस दौरान खास बात ये रही कि इस सूची के बाद प्रवक्ताओं की तीसरी सूची जारी की गई. जिसमें फिर से भाई वीरेन्द्र को दसवें नंबर पर और शक्ति यादव को पहले नंबर पर जगह दे दी गई है. इस सूची में भी प्रवक्ताओं का नाम उसी श्रेणी में क्रमवार डाला गया है, जो पहली सूची में अंकित था. 


पार्टी के प्रवक्ता मृत्युजंय तिवारी सूची को लेकर उठ रहे विवाद से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि पहली सूची पार्टी के लिए थी, ये मीडिया के लिए नहीं थी. विधायक अपने क्षेत्र में ज्यादा रहते हैं,ऐसे में उनके पास समय कम होता है इसलिए उनके लिए कम दिनों का समय तय किया गया था. विवाद की कोई वजह नहीं है. प्रवक्ताओं की सूची लगभग पहले ही जैसी है, बस दो नए नाम इस सूची में शामिल हुए हैं.


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भाई वीरेंद्र और शक्ति यादव के बीच शक्ति प्रदर्शन


RJD के मीडिया विभाग में इन दिनों वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. ये लड़ाई मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेन्द्र और पूर्व विधायक शक्ति यादव के बीच चल रही है. भाई वीरेन्द्र लंबे समय से मुख्य प्रवक्ता हैं, लेकिन शक्ति यादव अब अपना प्रभाव मीडिया विभाग पर चाहते हैं. भाई वीरेन्द्र लालू प्रसाद के करीबी हैं तो शक्ति यादव तेजस्वी यादव के करीबी बने हुए हैं. ऐसे में ये लड़ाई अब खुलकर लोगों के सामने आ रही है.