पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए से बढ़ती नजदीकियों की चर्चा के बीच प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को साफ कहा कि भाजपा को दो बार धोखा देने वाले नीतीश कुमार के लिए अब पार्टी के दरवाजे बंद हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि राजद और कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए वे अक्सर हवा में पलटी मारने की कलाबाजी दिखाते रहते हैं. सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा-जदयू की सरकार के समय पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पटना में स्थापित की गई थी. मुख्यमंत्री के वहां आकर पुष्पांजलि अर्पित करने पर हमें कोई आपत्ति नहीं, लेकिन इससे कोई कयास लगाने की जरूरत नहीं.


उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में जदयू के 35 और भाजपा के 65 विधायक थे. इसी तरह 2020 के चुनाव में जदयू के 44 के मुकाबले भाजपा के 75 विधायक बने. 20 साल में दो बार भाजपा ने अधिक सीटें जीतने के बाद भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया और बदले में दो विश्वासघात झेले.


उन्होंने कहा कि अब नीतीश कुमार न तो भरोसा करने लायक हैं और न उनके पास कोई जनाधार बचा है. वे वोट ट्रांसफर कराने की क्षमता भी खो चुके हैं. उन्हें एनडीए में वापस लेने का कोई प्रश्न ही नहीं.


उन्होंने कहा कि 2020 में यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस समय साथ रहे जदयू के लिए भी वोट न मांगे होते, तो पार्टी इतनी सीटें भी न जीत पाती. उन्होंने साफ लहजे में कहा कि नीतीश कुमार अब हर गठबंधन के लिए बोझ बन चुके हैं, इसलिए पटना से दिल्ली तक विपक्ष की चार बैठकों के बाद भी उन्हें संयोजक बनाने पर सहमति नहीं बनी. किसी के सपने देखने और नारे लगवाने पर तो कोई रोक नहीं है.


इनपुट-आईएएनएस के साथ 


यह भी पढ़ें- Bihar Crime: महज 500 रुपये के लिए कर डाली 2 साल के मासूम की हत्या, किडनी निकालने की थी तैयारी