बिहार में खाद की कालाबाजारी, सीएम नीतीश मार रहे किसानों के पेट पर लात: डॉ. पूनम शर्मा
पूनम शर्मा ने कहा कि अब बिहार में सीएम नीतीश कुमार इस समय किसानों के पेट पर भी लात मारने का काम कर रहे हैं. अगर नवादा की ही बात करें तो नवादा में 18 तारीख से ही खाद पर पूरी तरह प्रतिबंध लग गया है.
पटनाः नवादा से एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां भाजपा के प्रदेश मंत्री ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने एक-एक कर बिहार के सीएम की कारनामा को दर्शाया है. प्रदेश मंत्री डॉ पूनम शर्मा ने कहा है कि पहले तो बिहार के सीएम ने शराबबंदी कर युवाओं को शराब के धंधे में शामिल कर दिया और फिर उन्हीं युवाओं को जेल की हवा खिला रहे हैं. बिहार के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है. पूरे बिहार में शराबबंदी फेल है. वहीं बालू माफियाओं के साथ सांठगांठ कर अवैध उगाई करने का काम बिहार के सीएम कर रहे हैं.
किसानों के पेट पर मार रहे हैं लातः डॉ. पूनम शर्मा
इससे आगे पूनम शर्मा ने कहा कि अब बिहार में सीएम नीतीश कुमार इस समय किसानों के पेट पर भी लात मारने का काम कर रहे हैं. अगर नवादा की ही बात करें तो नवादा में 18 तारीख से ही खाद पर पूरी तरह प्रतिबंध लग गया है. यहां के किसानों को खाद भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है. केंद्र सरकार के द्वारा बिहार को पूरी तरह खाद उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन यहां खाद की भी कालाबाजारी बिहार के सीएम के द्वारा शुरू कर दी गई है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कालाबजारी में रिकॉर्ड कायम कर दिया है.
नवादा में खाद की कालाबाजारी
उन्होंने कहा कि नवादा में 18 तारीख से बिस्कोमान में खाद खत्म हो गया है. नवादा के किसान को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बिस्कोमान में डीएपी का दाम 350 है. तो वहीं डीएपी का दाम मार्केट में 12 सौ से 15 सौ रुपये में कालाबाजारी के रूप में दुकानदारों के द्वारा बेचा जा रहा है. अब आने वाले समय में किसानों को परेशानी का सामना भी करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से खबर देखे हैं कि नवादा में खाद को लेकर महिलाओं के साथ मारपीट की गई. लंबी कतार में चार महिलाएं बेहोश भी हो गई थीं. भारतीय जनता पार्टी किसानों के लिए अच्छा कार्य कर रही है, लेकिन बिहार में महागठबंधन की सत्ता में बैठे नीतीश कुमार किसानों के साथ अत्याचार शुरू कर दिये हैं.
सहायक भंडार प्रबंधक बिस्कोमान नवादा के सौरभ कुमार ने बताया है कि पूरा खाद खत्म हो चुका है. 10 से 15 दिन बाद ही नवादा को खाद उपलब्ध होगा. 5000 डीएपी व 5000 यूरिया की मांग की गई है, लेकिन यह भी पूरा उपलब्ध नहीं होता नवादा को मात्र 1000 डीएपी व यूरिया भेजा जाता है. जिसके कारण बिस्कोमान में आए दिन मारपीट की भी घटना घटती है.
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