BPSC TRE Result: शिक्षक अभ्यर्थियों ने परेशानियों को लेकर उप सचिव को सौंपा ज्ञापन
BPSC TRE Result: बीपीएससी द्वारा ली गई शिक्षक बहाली प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के साथ ही अभ्यर्थियों और छात्र नेता के द्वारा सवाल खड़ा किया जा रहा है. वही अब इसको लेकर छात्र नेता सौरव ने बीपीएससी दफ्तर में जाकर उप सचिव कुंदन कुमार को 9 सूत्री ज्ञापन सौंपा.
पटना: BPSC TRE Result: बीपीएससी द्वारा ली गई शिक्षक बहाली प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के साथ ही अभ्यर्थियों और छात्र नेता के द्वारा सवाल खड़ा किया जा रहा है. वही अब इसको लेकर छात्र नेता सौरव ने बीपीएससी दफ्तर में जाकर उप सचिव कुंदन कुमार को 9 सूत्री ज्ञापन सौंपा. ज्
ज्ञापन में कहा गया है परीक्षाफल के प्रकाशन के संदर्भ में किसी भी प्रकार की पारदर्शिता सामने नहीं आ रही है, कुछ ऐसे बिंदु है जिसको लेकर शिक्षक अभ्यर्थी असमंजस में हैं. अपने आवेदन के माध्यम से आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाह रहे हैं.
ये भी पढ़ें- Bihar News: अवैध बालू खनन को लेकर दो गुटों में गोलीबारी, 1 की मौत, तीन की हालत नाजुक
बीपीएससी दफ्तर से निकलने के बाद छात्र नेता सौरव ने कहा 1 परीक्षार्थी को कई जगह पर रिजल्ट दिया गया है,वेटिंग लिस्ट नहीं दिया गया है. एक तरफ कहा जा रहा था की बिहार में बड़े पैमाने पर शिक्षकों की बहाली होगी लेकिन सीट बचाने का षड्यंत्र जो किया जा रहा है. कहीं न कहीं शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ धोखा है.
दरअसल, अभ्यर्थियों का कहना है कि बीपीएससी द्वारा ली गई शिक्षक बहाली प्रतियोगिता परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है लेकिन इसके साथ ही पास हुए अभ्यर्थियों के सामने कई सारी परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं. जिसको लेकर काफी संख्या में पटना में बीपीएससी दफ्तर के बाहर अभ्यर्थी पहुंचे हुए हैं. कई अभ्यर्थियों के सामने जिला आवंटन को लेकर समस्याएं आ रही हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि हमसे तीन जिला मांगा गया था लेकिन उसके बावजूद उन तीनों जिला को छोड़कर दूसरे जिला में हमको भेजा जा रहा है, एक महिला अभ्यर्थी का कहना है की हमसे भी तीन जिला मांगा गया था लेकिन दूसरे जिले में भेज दिया गया. बीपीएससी ऑफिस समस्या लेकर आए है तो यहां से कोई समाधान नहीं निकल रहा है. अगर हमारे मुताबिक जिला मिलता है तो नौकरी करेंगे वरना नही करेंगे. छोटे-छोटे बच्चे हैं उनको छोड़कर कैसे जायेंगे. अभ्यर्थियों का कहना है की बीपीएससी ऑफिस में कोई सुनने को तैयार नहीं है.