Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य के नीति शास्त्र के सिद्धांत मानव जीवन को बेहतर से बेहतरीन बनाने के काम आते रहे हैं. बता दें कि चाणक्य के नीति शास्त्र के सिद्धांत केवल सामान्य जीवन में ही फायदा नहीं देते, बल्कि यह सामाजिक, राजनीतिक, सामरिक और आर्थिक क्षेत्र में भी कारगर साबित होते रहे हैं. इन नीति शास्त्र के सिद्धांतों से परिवार से लेकर समाज, राज्य, देश और विदेश तक के संबंधों को बेहतर बनाया जा सकता है. आपको बता दें कि आचार्य चाणक्य ने सामान्य मानवीय के जीवन जीने उनके आचारण करने, उनकी वाणी को लेकर साथ ही परिवार और रिश्तों को लेकर भी कई सिद्धांत दिए हैं और आज भी वह सिद्धांत सबसे ज्यादा प्रासंगिक हैं.


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ऐसे  में चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र के सिद्धांत में परिवार, स्त्री-पुरुष संबंध, माता-पिता संबंध, बहन-भाईयों के बीच संबंध और साथ ही परिवार में अगली पीढ़ी यानी के बच्चों के साथ संभव उनके गुण, दोष सबके बारे में बताया है. ऐसे में हम आपको आज बताएंगे कि आपके बच्चे अगर ऐसा व्यवहार करें तो कैसे वह अपने कुल, खानदान और साथ ही माता-पिता का नाम रोशन करेंगे और किस तरह उनके परिवार में खुशियां हमेशा भरी रहेंगी.   


हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा तमाम सफलताएं और खुशियां अपने जीवन में हासिल करे, ऐसे में चाणक्य कहते हैं कि अगर अपने बच्चे को योग्य बनाना है तो किसान बनना पड़ेगा और एक किसान की तरह अपने बच्चे की परवरिश करनी पड़ेगी, जैसे किसान अच्छी फसल पाने के लिए अपनी खेती करता है और अपनी फसल की देखभाल हर बदलते मौसम और कठिन परिस्थितियों में भी करता है. ऐसे में आपको भी अपने बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए उसे पहले पहचानने की जरूरत है और फिर इसे सींचने की जरूरत है. ऐसे में आपको अपने बच्चे को हमेशा सही-गलत की समझ कराना और रिश्तों की अहमियत समझाते रहना चाहिए. 


संस्कार
अगर आप अपनी संतान के अंदर अच्छे संस्कार, रिश्तों और संबंधों को समझने की ताकत और बड़ों का आदर और सम्मान करने का गुण भरेंगे तो एक दिन आपकी संतान सफलता की बुलंदियों को छुएगा. वह समाज और देश में खूब सम्मान कमाएगा. ऐसे में महिलाओं का सम्मान उसकी सूची में सबसे ऊपर रखिए. वह अच्छे-बुरे कामों में फर्क समझे, वह व्यवहार कुशल और ज्ञानवान हो. 


आज्ञा का पालन
अगर आपका बच्चा आपकी आज्ञा का पालन कर रहा है, वह बड़ों का आदर करता है तो समझें आप सौभाग्यशाली मां-बाप हैं. फिर भी एक बात का ध्यान रखें कि ऐसा आपको अपने जीवन में पहले उतारना होगा तभी आपके बच्चे भी इस आदर्श को सिख पाएंगे. 


शिक्षा
शिक्षा के बिना मनुष्य पशु के समान हो जाता है, आपको बता दें कि शिक्षा आपको अच्छा इंसान बनाता है, वह आपको व्यवहार कुशल बनाने के साथ आपके अंदर समझ भी विकसित करता है. ऐसे में आपका व्यक्तित्व कैसा होगा यह आपके ज्ञान, विवेक और आपकी शिक्षा पर निर्भर करता है. ज्ञान ही हर किसी को जीवन के अंधकार से निकालने में सक्षम है. 


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