Chanakya Niti: बच्चों को शुरुआत से सिखाएं ये चीजें, संवर जाएगा उनका भविष्य
चाणक्य नीति के अनुसार जीवन में, करियर में सफल होने के लिए शुरुआत से ही मेहनत करनी होती है. कहा जाता है सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है. उसी प्रकार चाणक्य कहते हैं बच्चों को अपने जीवन में शुरुआत से ही कुछ बातों को अपनाना चाहिए. जिससे पूरा जीवन संवर जाता है.
Chanakya Niti: चाणक्य को नीति शास्त्र का धनी माना जाता है. चाणक्य ने अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, कूटनीति, राजनीति शास्त्र में उपलब्धि हासिल की है. चाणक्य की नीतियों का अध्ययन आज भी बड़े पैमाने पर किया जाता है. चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में महिलाओं, परिवार, पति-पत्नी, दोस्त आदि के बारे में बताया है. चाणक्य नीति के अनुसार एक व्यक्ति अपने जीवन में कई सुधार कर सकता है. इसके अलावा चाणक्य ने अपने शास्त्र में बच्चों के संबंध में भी बताया. चाणक्य के अनुसार बच्चों को सफल बनाने के लिए कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखना होता है. आइये जानते हैं चाणक्य के अनुसार बच्चों को जीवन के शुरुआत समय में किन चीजों को अपनाना चाहिए.
चाणक्य नीति के अनुसार जीवन में, करियर में सफल होने के लिए शुरुआत से ही मेहनत करनी होती है. कहा जाता है सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है. उसी प्रकार चाणक्य कहते हैं बच्चों को अपने जीवन में शुरुआत से ही कुछ बातों को अपनाना चाहिए. जिससे पूरा जीवन संवर जाता है.
बच्चों को सिखाएं अच्छी बातें
चाणक्य के अनुसार छोटे बच्चे फूलों की तरह कोमल होते हैं. बच्चों के भविष्य और उनमें संस्कारों को भरने का काम माता पिता का होता है. बच्चे को शुरुआत से अच्छी बातें और संस्कारों को सिखाना चाहिए. इसके अलावा माता पिता को शुरुआत से ही बच्चों को जागरूक और अपने कर्तव्यों के पालन करने योग्य बनाना चाहिए. इससे बच्चें के मन हमेशा अच्छी बाते रहेंगी.
अच्छे व्यवहार को अपनाएं
माता पिता के व्यवहार का बच्चों पर गहरा असर पड़ता है. घर में माता पिता जिस प्रकार का व्यवहार करते हैं, उसी प्रकार बच्चे व्यवहार करते हैं.इसलिए हमेशा ध्यान रखें कि बच्चों के आगे कभी भी एक दूसरे से लड़ाई या झगड़ा नहीं करें. साथ ही बच्चों के सामने कभी भी झूठ न बोलें, इससे बच्चों के अंदर भी इस तरह की आदतें आ जाती हैं. आगे चलकर बच्चे झूठ बोलना सिखते हैं और वे इसी प्रवृत्ति के बन जाते हैं.
आलस से रहें दूर
आलस हर सफल व्यक्ति के जीवन में एक बहुत बड़ा रोड़ा होता है. बच्चों को हमेशा आलस से दूर रहना चाहिए. साथ ही माता पिता को अपने बच्चे को हमेशा शिक्षा के साथ-साथ जीवन में प्रेरित करते रहना चाहिए. बच्चों को सकारात्मक विचारों को से प्रेरित करना चाहिए. इससे वह जीवन में आगे बढ़ने की सोचेगा और कभी निराश नहीं होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bihar Jharkhand इसकी पुष्टि नहीं करता है.)