पटना: Chhath Puja 2022 In Patna: लोक आस्था के महापर्व छठ को आने में अब कुछ दिन ही बचे हैं. ऐसे में इसको लेकर तैयारियां अभी से ही शुरू कर दी गयी है. बिहार की राजधानी पटना में बारिश के बाद जिस तरह से गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी देख गई है. उसने छठ व्रतियों के साथ साथ प्रशासन की चिंता को भी बढ़ा दिया है. पटना में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के कारण कई छठ घाट खतरनाक होते जा रहे हैं. कई घाट अभी भी पूरी तरह से पानी में डूबे हुए हैं. 


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सीएम ने किया घाटों का निरीक्षण
बता दें कि बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पटना के विभिन्न छठ घाटों की स्टीमर से जायजा लिया था. सीएम ने इस दौरान अधिकारियों को घाटों पर व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के आदेश दिए थे. सीएम के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने भी छठ को लेकर तैयारियां शुरू कर दी थी. इसी बीच गंगा के जलस्तर में एक बार फिर से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जलस्तर में लगातार हो रहे बढ़ोतरी से छठ व्रत करने वालों के साथ-साथ जिला प्रशासन भी परेशान है. गंगा नदी में जलस्तर की बढ़ोतरी होने के बाद जिला प्रशासन अब इस इंतजार में है कि अगर जलस्तर में कमी आई तो, युद्धस्तर पर काम कर के घाटों को व्रत के लिए दुरुस्त किया जा सके. 


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घाट तक पहुंचा पानी
बता दें कि छठ व्रत से ठीक पहले गंगा नदी पटना के विभिन्न घाटों पर बिल्कुल करीब आ गई है. ऐसा नजारा लगभग चार दशक बाद देखने को मिल रहा है. लोगों को कहना है कि बिहार में गंगा नदी का ऐसा नजारा आम तौर पर अगस्‍त-सितंबर महीने में देखने को मिलता था. अक्टूबर में गंगा का पानी घाटों से काफी दूर चली जाती थी. लेकिन गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण इस बार छठ पूजा के आयोजन में बाधा सामने आ रही है.