बांकाः Chhath Puja 2022: चार दिवसीय लोक आस्था महापर्व छठ को लेकर जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार ने जिले के सभी प्रखंडों में छठ घाटों की साफ सफाई एवं रास्ता को सुगम कराने में स्थानीय जनप्रतिनिधि व समाजसेवियों से सामूहिक रूप से  महापर्व में सहयोग लेकर छठ घाटों को अंतिम रूप देने में जुट चुकी हैं. आज शाम अस्त होते भगवान भास्कर को छठव्रती अर्घ्य देंगे.


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चारों तरफ भक्तिमय माहौल
चारों तरफ भक्तिमय माहौल है. आज भी छठ पर्व में लगने वाले सामानों फल फूल सूप आदि का बजार सजा हुआ है. छठ व्रती आज सूप को सजाएंगे. अत्यधिक भीड़ वाले इलाके में स्वास्थ्य विभाग टीम को जिले भर के सभी छठ घाटों पर लगाया गया है, ताकि कहीं भी किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समय पर जांच पड़ताल हो सके. वहीं जिलाधिकारी के निर्देश पर कई छठ घाट मुख्य स्थानों पर तोरण द्वार चमचमाती बिजली लाइटिंग कारपेट इत्यादि की व्यवस्था की गई है. सभी छठ व्रतियों के लिए सुगम बनाया. जिले में कई छठ घाट जहां गहरे पानी हैं. वहीं पहरणी सरोबर जहां गहरे पानी होने के कारण एस डी आर एफ की टीम लगाई गई है. जिले में लगभग 300 छठ घाट हैं. जहां व्यापक सुरक्षा की व्यवस्था की गई है.


सूप सजाने के लिए बाजार में मिल रहा है सामान
सूप सजाने के लिए बाजार कई तरह के फलों से अटा पड़ा है. दरअसल छठ पूजा में सिर्फ ठेकुआ ही जरूरी नहीं है, बल्कि कई तरह के मौसमी फल भी लगते हैं. इसमें कमला या चकोतरा नींबू, गंजी, सुथनी, सिंघाड़ा, पनियाला, केला की पूरी घवद, नारियल, नाशपाती, अनानास, सेब, संतरा, अनार, पनियाला, कमरख, नींबू, अदरख, मूंगफली, गन्ना, कच्चा चना, अमरूद, हल्दी कच्ची, मूली, कोहड़ा, भतुआ जैसे फल लगते हैं. आज ही के दिन घऱों में छठ का महाप्रसाद ठेकुआ और पूआ भी बनाया जाएगा.