Patna:  बिहार के रोहतास और बिहारशरीफ में रामनवमी के मौके पर भड़की साम्प्रदायिक झड़पों को भाकपा माले ने 'बिहार के सुशासन को सीधी चुनौती' करार दिया है. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन देने वाली भाकपा माले ने मंगलवार को 2024 के आम चुनाव में भाजपा को हराने के लिए विपक्षी एकता का आह्वान किया. 


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'बिहार में सुशासन के लिए सीधी चुनौती'


भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा, 'रामनवमी उत्सव के दौरान बिहारशरीफ और सासाराम में हुई सांप्रदायिक झड़पें बिहार में सुशासन के लिए सीधी चुनौती हैं. उन्होंने कहा कि देश में एनडीए सरकार के फासीवादी और साम्प्रदायिक शासन को समाप्त करने के लिए सभी गैर-भाजपा दलों को एक साथ आना होगा और अपनी ताकत और क्षमता दिखानी होगी.


विपक्ष को आना होगा साथ


उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने और मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्षी एकता जरूरी है. दोनों जिलों में सांप्रदायिक झड़पों से निपटने में जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से कथित प्रशासनिक चूक के बारे में भट्टाचार्य ने कहा, 'प्रशासन को और अधिक सक्रिय रहना चाहिए था. अगर जिला प्रशासन/पुलिस ने त्योहार से पहले कार्रवाई योग्य और प्रभावी खुफिया जानकारी एकत्र की होती, तो ऐसी झड़पों से बचा जा सकता था. 


इस बीच, बिहार पुलिस ने मंगलवार को दावा किया था कि बिहार के दोनों शहरों में सामान्य स्थिति बहाल हो गई है. बिहार पुलिस के आधिकारिक अकाउंट से मंगलवार को किए गए एक ट्वीट के मुताबिक, “दोनों शहरों में सामान्य स्थिति बहाल कर दी गई है…स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. अफवाह फैलाने वालों को रोकने के लिए पुलिस सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रख रही है.’’ बिहार पुलिस ने दोनों शहरों में सांप्रदायिक तनाव के सिलसिले में (सोमवार तक) 173 लोगों को गिरफ्तार किया. शनिवार और रविवार को झड़पों के बाद राज्य प्रशासन ने दोनों जिलों में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी हैं. 


बता दें कि  30 मार्च और 31 मार्च को दोनों कस्बों में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गयी थी जिसके बाद वाहनों, घरों और दुकानों को आग लगा दी गई थी और कई लोग इसमें घायल हो गए.


(इनपुट भाषा के साथ)