पटना: जहरीली शराब से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. नालंदा के बाद छपरा में अब तक 14  लोगों की मौत हो चुकी है. परिजन जहां जहरीली शराब पीने से मौत की बात कह रहे हैं तो पुलिस और जिला प्रशासन इनकी मौत ठंड से बता रही है. हालांकि अब इस पर सियासत भी जमकर हो रही है.


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अधिकारी CM को औकात दिखा रहे
कांग्रेस विधायक प्रतिमा कुमारी ने कहा कि शर्मनाक स्थिति है कि लोग शराब पीकर मर रहे हैं, अधिकारी मुख्यमंत्री को उनकी औकात दिखा रहे हैं. 


'लोगों की मौत का जिम्मेदार सीएम हैं'
कांग्रेस विधायक ने कहा, 'आप कोई भी कानून बना लें हम वही करेंगे जो हमारी मर्जी है. बिहार में अंधेर नगरी चौपट राजा है. इतने लोग मर रहे हैं और शराबबंदी पर संशोधन नहीं हो रहा है, ना ही कोई कदम उठाए जा रहे हैं. एक तरफ जदयू के पूर्व विधायक पियक्कड़ों का सम्मेलन बुलाने की बात कह रहे हैं. आदिवासी महिला जब कुछ बोलती हैं तो मुख्यमंत्री आग बबूला हो जाते हैं. मुख्यमंत्री शराब के ठेकों को खुलवाएं, हम इस तरह बिहार के लोगों को मरने नहीं देंगे और इन लोगों की मौत का जिम्मेदार मुख्यमंत्री खुद है.'


सीएम पर दर्ज हो मुकदमा
प्रतिमा कुमारी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री पर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए, समाज की बुराई को कानून बनाकर दबाया नहीं जा सकता. अच्छा वातावरण बना कर ही सुधार सकते हैं. बिहार में शराब की दुकानें खुलने चाहिए. राजा का मतलब होता है प्रजा क्या चाहती है उसे देखें लेकिन मुख्यमंत्री गरीबों को अपनी पैर की जूती समझते हैं.'


राजनीति से संन्यास लें सीएम
इस मामले में आरजेडी के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा, 'मुख्यमंत्री से सवाल है कि यही शराबबंदी है? बिहार में जहरीली शराब से लोग मर रहे हैं, सरकार के पदाधिकारी, पुलिस अधिकारी, रसूखदार नेता, माफिया मिलकर बिहार के लोगों की हत्या कर रहे हैं. जहरीली शराब से कई जिलों में मौत हुई हैं. आप चाहते क्या हैं? बिहार के लोगों को मौत के घाट उतारना चाहते हैं? आप कौन सा कानून बनाए हुए हैं? कहते हैं कि कानून का राज है. मुख्यमंत्री जी आपसे सरकार चल नहीं रही है फिर मैं कहूंगा कि आप त्यागपत्र दें और राजनीति से संन्यास लेते हुए बिहार की जनता से माफी मांगे.'


जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने छपरा में हुई मौत के बारे में कहा कि इस घटना को शराबबंदी से जोड़ देना दुखद है. ऐसा नहीं है कि जहां शराबबंदी नहीं है वहां ऐसी घटनाएं नहीं हो रही हैं. सामाजिक जागरूकता का अभियान शराबबंदी है.'


बीजेपी एमएलसी नवल यादव ने कहा जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आता है तब तक जहरीली शराब पीने से मौत की बात कहना सही नहीं है. सरकार इस पर कार्रवाई कर रही है. लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है. उन इलाकों में पुलिस को सख्ती बरतने की जरूरत है, जहां जहरीली शराब से मौत हो रही है.