Bihar Sakshamta Pariksha Counselling Date: 1 अगस्त से शुरू होगी शिक्षकों की काउंसलिंग, विभाग ने जारी किए वेरिफिकेशन स्लॉट
Bihar Sakshamta Pariksha Counselling Date: वेरिफिकेशन सुबह 9:00 बजे से शुरू होगा और इसके लिए स्टॉल तैयार किए गए हैं. हर दिन कुल पांच स्लॉट में वेरिफिकेशन होंगे. विभाग का कहना है कि इस प्रक्रिया के तहत शिक्षकों की काउंसलिंग के बाद उन्हें उनके चयनित जिलों में पोस्टिंग के लिए स्कूल आवंटित किया जाएगा.
पटना: बिहार में सक्षमता परीक्षा पास करने वाले 1 लाख 87 हजार 615 नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग 1 अगस्त से शुरू होगी. इस काउंसलिंग के बाद इन शिक्षकों को चयनित जिलों में स्कूल आवंटित किया जाएगा और उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा. माध्यमिक शिक्षक निदेशालय ने काउंसलिंग के लिए वेरिफिकेशन स्लॉट जारी किए हैं.
शिक्षा विभाग के अनुसार 1 अगस्त से उच्च माध्यमिक शिक्षा और पुस्तकालय अध्यक्ष की काउंसलिंग शुरू होगी. 2 अगस्त को माध्यमिक शिक्षकों की काउंसलिंग होगी. 3 अगस्त से स्नातक कोटि के सभी विषयों के शिक्षकों की काउंसलिंग होगी. साथ ही 5 अगस्त से मूल कोटि के बांग्ला, उर्दू और शारीरिक शिक्षकों की काउंसलिंग होगी और 6 अगस्त से सामान्य शिक्षकों की. अभ्यर्थियों को किस तारीख में वेरिफिकेशन के लिए उपस्थित होना है, इसकी जानकारी मुख्यालय से दी जाएगी और यह जानकारी विभागीय वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगी. वेरिफिकेशन सुबह 9:00 बजे से शुरू होगा और इसके लिए स्टॉल तैयार किए गए हैं. हर दिन कुल पांच स्लॉट में वेरिफिकेशन होंगे.
विभाग का कहना है कि इस प्रक्रिया के तहत शिक्षकों की काउंसलिंग के बाद उन्हें उनके चयनित जिलों में पोस्टिंग के लिए स्कूल आवंटित किया जाएगा, जिससे वे राज्यकर्मी बन सकेंगे. इस काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान सभी अभ्यर्थियों को अपने दस्तावेजों की जांच करवानी होगी. विभाग ने इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली हैं. सभी अभ्यर्थियों को यह सलाह दी जाती है कि वे विभागीय वेबसाइट पर अपनी तिथि और समय की जानकारी प्राप्त करें और निर्धारित समय पर वेरिफिकेशन के लिए उपस्थित हों.
साथ ही इस तरह से बिहार में सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों की काउंसलिंग प्रक्रिया 1 अगस्त से शुरू होकर 6 अगस्त तक चलेगी, जिसमें विभिन्न कोटि के शिक्षकों की काउंसलिंग अलग-अलग तारीखों पर होगी. विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि काउंसलिंग और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया सुचारू और पारदर्शी तरीके से हो, जिससे सभी योग्य शिक्षकों को उनके योग्य स्थान पर नियुक्त किया जा सके.
इनपुट - सनी कुमार
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