Patna: बिहार में कोरोना ने फिर से दस्तक दे दी है. पटना में दो मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने शहर के बड़े अस्पतालों को आरटीपीसीआर जांच बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. पटना में गुरुवार को कोरोना से पीड़ित दो लोगों की पहचान हुई है. एक मरीज केरल की यात्रा कर लौटा है जबकि दूसरा संक्रमित असम से वापस पटना पहुंचा है. दोनों मरीजों को फिलहाल हम आइसोलेशन में रहने का परामर्श दिए गए हैं.


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लेकिन सब वेरियेंट के बारे में पता नहीं चल पाया है. विभाग ने सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. पटना के सिविल सर्जन ने केरल और दक्षिण भारत से आने वाले लोगों और उनके परिजनों से कोई भी लक्षण दिखने पर कोरोना की जांच कराने की सलाह दी है. इधर, पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस को जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. सभी बड़े अस्पतालों को कम से कम 25 आरटीपीसीआर जांच करने का लक्ष्य दिया गया है.


अलर्ट मोड पर हैं बिहार के अस्पताल


देश के कई राज्यों में कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के मामले सामने आने और केंद्र सरकार की एडवाइजरी जारी होने के बाद बिहार के अस्पतालों को भी अलर्ट कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने अस्पतालों में सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अधीक्षकों, प्राचार्यों तथा सभी सिविल सर्जनों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. विभाग का मानना है कि कई राज्यों में मरीजों की संख्या बढ़ी है, इसलिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट किया गया है. इसके अलावा कोविड की जांच भी तेज करने के निर्देश दिए गए हैं.


पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में कोरोना को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. खराब ऑक्सीजन प्लांट को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं. बताया जाता है कि प्रदेश में फिलहाल 90 ऑक्सीजन प्लांट चालू हालत में हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का दावा है कि विभाग कोरोना से निपटने को लेकर पूरी तरह तैयार है. उन्होंने लोगों से भी सतर्कता बरतने को कहा है.


(आईएएनएस के साथ)