भाकपा माले का 13वां जिला सम्मेलन प्रारंभ, निशाने पर केंद्र की मोदी सरकार
भाकपा माले का 13वें जिला सम्मेलन की शुरुआत आरा के नागरी प्रचारिणी सभागार में हुई. सम्मेलन की शुरुआत पूर्व राज्य सचिव कॉमरेड नन्द किशोर प्रसाद के द्वारा पार्टी झंडातोलन से हुई. जिसके बाद शहीद वेदी पर माल्यर्पण व अब तक आंदोलनों में शहीद/ मृत साथियों को श्रद्धाजंलि दी गई.
आरा : भाकपा माले का 13वें जिला सम्मेलन की शुरुआत आरा के नागरी प्रचारिणी सभागार में हुई. सम्मेलन की शुरुआत पूर्व राज्य सचिव कॉमरेड नन्द किशोर प्रसाद के द्वारा पार्टी झंडातोलन से हुई. जिसके बाद शहीद वेदी पर माल्यर्पण व अब तक आंदोलनों में शहीद/ मृत साथियों को श्रद्धाजंलि दी गई. जन कवि कृष्ण कुमार निर्मोही द्वारा शहीद गीत गया गया.कोरोना महामारी में पार्टी जिला कमिटी सदस्य रहे कॉमरेड परशुराम सिंह, सड़क दुर्घटना में मृत चित्रकार कॉमरेड राकेश दिवाकर, आजीवन पार्टी से जुड़े रहे वरिष्ठ कॉमरेड देवानंद प्रसाद के पत्नी क्रमशः संगीता सिंह, पूनम देवी, सीता देवी को पार्टी जिला सचिव जवाहरलाल सिंह द्वारा सम्मानित किया गया.
केंद्र सरकार की नीतियों पर जमकर साधा निशाना
उद्धघाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए उद्घाटनकर्ता भाकपा-माले पोलित ब्यूरो सदस्य सह किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजाराम सिंह ने कहा कि भोजपुर के नायक, मजदूर–किसान, नौजवान ब्रिटिश सम्राज्यवाद के खिलाफ खड़ा रहा. यह किसान आंदोलन का गढ़ रहा है. 1857 में वीर कुंवर सिंह, 1942 में लसाड़ी के ग्रामीणों तक ने अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ा तो 1968 में नक्सलबाड़ी के आंदोलन में जान फूंकी और आज भी फासीवादी ताकतों के खिलाफ पूरा देश इसे ऊर्जा के रूप में देख रहा है.
पूंजीपति देश के संसाधनों पर कर रहे कब्जा
उन्होंने कहा कि अब देश का पूंजीपति सभी संसाधनों पर कब्ज़ा चाहता है, वो मुनाफा लेने और बदले में गद्दी देने की बात करते हैं. ऐसा वो अपनी नीतियों को कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में तय कर और पार्लियामेंट से लागू करवाकर कर रहे हैं. पूंजीपति सभी तरह के कानूनों से छूट चाहता है और भाजपा इस काम को बखूबी अंजाम दे रही है.
देश की जनता पीस रही है भूख का दायरा बढ़ रहा है और मोदी सरकार खाने-पीने वाले अनाजों से शराब बनाने की बात कर रही है. जो गरीबों को मारनेवाली फैसला है.
अडानी-अम्बानी खाने-पीने के अनाज पर कब्जा करना चाहते हैं. ताकि देश को मुठ्ठी में किया जा सके और मोदी सरकार इसका साथ दे रही है. मोदी सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर कमजोर कर रही है. जनता के अधिकारों के लिए लड़ने वाले एक्टिविस्टों, राजनितिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेलों में डाल रही है. समाज में नफ़रत फैलाने वालों, बलात्कारियों की को खुली छूट है. देश को ऐसी फासीवादी ताकत के खिलाफ मजबूती से लड़ना होगा ताकि आज़ादी, लोकतंत्र और संविधान को बचाया जा सके.
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने यह निर्णय लिया कि हम बिहार सरकार में शामिल नही होंगे. बल्कि हमारा लक्ष्य होगा कि 2024 में भाजपा को एक भी सीट नहीं आये इसकी गारंटी हो और जनता के सवालों का सड़कों पर आंदोलन का नेतृत्व करेगी.
देश में बेरोजगारी चरम पर
खुले सत्र को संबोधित करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अगियांव विधायक मनोज मंजिल ने कहा कि आज़ादी के बाद देश का युवा सबसे ज्यादा बेरोजगारी की मार झेल रहा है. मोदी सरकार ने सरकारी रोजगार देने वाले रेलवे, बैंक से लेकर एयरपोर्ट कल–कारखानों को पूंजीपतियों को बेच रही है. केंद्र से लेकर राज्यों तक लाखों पद खाली है और शिक्षित बेरोजगार युवा सड़कों पर धूल फांक रहा है. सरकारी आंकड़ों में ही देश के 33 करोड युवाओं ने रोजगार के आवेदन दिया जिसमें सिर्फ 7 लाख को ही रोजगार मिला. रेलवे,अग्निपथ आंदोलन से युवाओं ने रोजगार के लिए निर्णायक संघर्ष का ऐलान कर दिया है.
पार्टी जनता को एकजुट कर मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज करेगी
खुले सत्र को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य राजू यादव ने कहा कि आज आटा, चावल तेल से लेकर दूध दही पर मोदी सरकार ने टैक्स लगा दिया है. खाने–पीने से लेकर कॉपी–कलम की कीमतें आसमान छू रही है. वहीं कॉर्पोरेट घरानों के लाखों करोड़ का टैक्स माफ कर दिया जा रहा है. अभी 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में देश को 2 लाख 78हज़ार करोड़ का नुकसान झेलना पड़ा है. क्योंकि मोदी सरकार ने काफी कम कीमतों में कॉर्पोरेट कंपनियों को स्पेक्ट्रम बेच दिया. इस देश के तमाम संपत्तियों को औने-पौने दाम पर कॉर्पोरेट घरानों को बेचा जा रहा है. वहीं भाजपा देश में हिन्दू–मुस्लिम का झगड़ा लगाकर अमन चैन को खराब कर रही है. भाकपा (माले) चुप नहीं बैठने वाली है, इसके खिलाफ पार्टी जनता को एकजुट कर आंदोलन तेज करेगी.
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