CTET और BTET उत्तीर्ण छात्र फिर सड़क पर उतरे, शेड्यूल निकालने की मांग पर JDU Office के सामने हंगामा
पुलिस वाले शिक्षक अभ्यर्थियों को खदेड़ते हुए स्टेशन की ओर ले जा रहे थे, इसी बीच महिला अभ्यर्थियों ने मोर्चा संभाल लिया और जदयू कार्यालय के पास धरने पर बैठ गई. महिला अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रही थीं, कुछ देर में अनिसुर्रहमान अपने माता पिता और बुआ के साथ मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे.
पटनाः ctet/btet के अभ्यर्थी फिर पटना की सड़कों पर उतरे और सातवें चरण की बहाली को लेकर जमकर हंगामा किया. पुलिस एक ओर से अभ्यर्थियों को खदेड़ती, तो वो दूसरी ओर से पहुंच जाते. जदयू ऑफिस से लेकर आर ब्लॉक के बीच एक घंटे से ज्यादा ये सिलसिला चलता रहा. इस दौरान मजिस्ट्रेट की लाठी से जख्मी हुए अनिसुर्रहमान की हालत बिगड़ गई, वो परिजनों के साथ प्रदर्शन में पहुंचे थे. आर ब्लॉक पर शिक्षक अभ्यर्थियों को दौड़ती पुलिस इन्हे इसलिए खदेड़ रही है, क्योंकि उसके मुताबिक ये प्रतिबंधित इलाका है और यहां प्रदर्शन नहीं किया जा सकता, लेकिन शिक्षक अभ्यर्थी कह रहे हैं कि हम अपनी बात सरकार को नहीं सुनाएंगे, तो किससे कहेंगे. हम गर्दनीबाग में प्रदर्शन करने गए थे, लेकिन वहां भी नहीं रुकने दिया.
पुलिस ने अभ्यर्थियों को खदेड़ा
पुलिस वाले शिक्षक अभ्यर्थियों को खदेड़ते हुए स्टेशन की ओर ले जा रहे थे, इसी बीच महिला अभ्यर्थियों ने मोर्चा संभाल लिया और जदयू कार्यालय के पास धरने पर बैठ गई. महिला अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रही थीं, कुछ देर में अनिसुर्रहमान अपने माता पिता और बुआ के साथ मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे. अनिसुर्रहमान वही हैं, जो मजिस्ट्रेट केके सिंह की लाठी से 22 अगस्त को जख्मी हुए थे. कुछ ही देर में जदयू कार्यालय के बाहर का इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. मजिस्ट्रेट की ओर से पहले चेतावनी दी गई. उधर, चेतावनी दी जा रही थी, इधर पुरुष अभ्यर्थी भी जदयू कार्यालय के सामने जमा हो गए. इसके बाद पुलिस एक्शन में आई और पुरुष अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया जाने लगा.
सरकार नहीं दे रही कोई जवाब
कुछ ही देर में महिला अभ्यर्थियों को भी मौके से हटा दिया गया. इसके बाद माजिस्ट्रेट और डीएसपी ने अनिसुर्रहमान से बात करने की कोशिश की, लेकिन मौके से जाने के लिए तैयार नहीं थे, तो पुलिस वालों ने जबरन हटाने का फैसला लिया. परिजनों के साथ अनीस को हिरासत में लेने की कोशिश हुई, लेकिन वो अड़ गए, तो पुलिस को पीछे हटना पड़ा. सड़क पर जब अनीस और उनके परिजन गिर गए और हंगामा करने लगे, तो पुलिस के अधिकारी पीछे हट गए. जिस तरह से सातवें चरण की शिक्षक बहाली को लेकर अभ्यर्थी सरकार पर दबाव बना रहे है और सरकार की ओर से कोई साफ जवाब नहीं दिया जा रहा है. उससे लगता है कि अभ्यर्थियों का प्रदर्शन आने वाले दिनों में भी देखने को मिल सकता है.
रिपोर्टः शैलेंद्र
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