पटना:  देश के कई राज्यों में कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के मामले सामने आने और केंद्र सरकार की एडवाइजरी जारी होने के बाद बिहार के अस्पतालों को भी अलर्ट कर दिया गया है. 


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स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने अस्पतालों में सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के अधीक्षकों, प्राचार्यों तथा सभी सिविल सर्जनों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. विभाग का मानना है कि कई राज्यों में मरीजों की संख्या बढ़ी है, इसलिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट किया गया है. इसके अलावा कोविड की जांच भी तेज करने के निर्देश दिए गए हैं.


पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में कोरोना को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है. खराब ऑक्सीजन प्लांट को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं. बताया जाता है कि प्रदेश में फिलहाल 90 ऑक्सीजन प्लांट चालू हालत में हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का दावा है कि विभाग कोरोना से निपटने को लेकर पूरी तरह तैयार है. उन्होंने लोगों से भी सतर्कता बरतने को कहा है.


मशहूर वायरस विज्ञानी डॉ. जैकब जॉन के अनुसार बता दें कि कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 को लेकर घबराने की कोई जरुरत नहीं है. यह वैरिएंट पहले के वैरिएंट की तुलना में कम संक्रामक है, लेकिन इसका फैलाव थोड़ा अधिक हो सकता है. डॉ. जॉन ने बताया कि टेस्टिंग से ही पूरा भारत में इसका पता लगेगा. JN.1 नामक कोविड वैरिएंट है जिसे आम भाषा में 'पिरोला' कहा जा रहा है. इसमें BA.2.86 का एक बदलाव है. यह वायरस की सतह पर छोटे स्पाइक्स के रूप में दिखता है, जिसके कारण इंफेक्शन तेजी से हो सकता है.


इस नए वैरिएंट के संक्रमण की पहचान के लिए विशेष सतर्कता रखने की सिफारिश उन्होंने उन लोगों के लिए की है जो अक्सर विदेश यात्रा करते हैं या जो विदेश से आने वालों के संपर्क में हैं. CDC के मुताबिक इस नए वैरिएंट के लक्षण अभी तक स्पष्ट नहीं हैं. इसलिए सामान्य वायरल फीवर और अन्य लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.


इनपुट- आईएएनएस


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