पटना : जेडीयू के उपेंद्र कुशवाहा ने अग्निवीर की बहाली में जाति प्रमाण पत्र मांगने के औचित्य पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि जब आरक्षण नहीं है सेना की बहाली में तो फिर आवेदन के साथ जाति प्रमाण पत्र क्यों लिया जा रहा है. आरजेडी ने भी इसको लेकर सवाल खड़ा किया है. जबकि बीजेपी का कहना है की कागजी दस्तावेज जरूरी होता है लिहाजा इसे लेने में कोई समस्या नहीं है. 


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जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बात को स्पष्ट करें कि जब सेना में आरक्षण नहीं है तो फिर बाहली के लिए आवेदन में जाति प्रमाण पत्र क्यों लिए जा रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इसको लेकर स्थिति स्पष्ट की जानी चाहिए.


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उपेंद्र कुशवाहा के इस सवाल पर बीजेपी के प्रवक्ता अरविन्द सिंह ने कहा कि किसी भी नौकरी के बहाली में कागजी दस्तावेज महत्वपूर्ण होता है. लिहाजा इसे लिए जाने में कोई समस्या नहीं है.


जेडीयू के नेता और राज्य सरकार में मंत्री जमा खान ने इस मसले पर कोई स्पष्ट राय नहीं रखी. दूसरी तरफ आरजेडी के विधायक समीर महासेठ ने इस मसले को लेकर बीजेपी पर निशान साधा और कहा कि बीजेपी जात-पात और धर्म का नाम लेकर ही अपना रास्ता बनाती है. उनका यह रवैया ठीक नहीं है. 


अग्निवीर मुद्दे को लेकर पहले ही राजनीति बयानबाजी पुरजोर तरीके से जारी है और अब एक बार फिर इस बहाली में जाति प्रमाण पत्र के औचित्य पर सवाल उठाकर बीजेपी के सहयोगी जेडीयू ने ही इस मुद्दे को गर्म कर दिया है. जबकि आरजेडी इसको लेकर बीजेपी पर निशाना साधने में जुटी है.