Patna: उत्तरी यूरोप के सबसे बड़े प्रारंभिक शिक्षा समूह डिब्बर ने भारत में अपने 12वें प्रीस्कूल के उद्घाटन की घोषणा की है, जिससे पटना में अपने पाटलिपुत्र परिसर के साथ पूर्वी भारत में अपनी उपस्थिति को और मजबूत किया है. यह उपलब्धि बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और दिल्ली-एनसीआर जैसे शहरों में डिब्बर के उल्लेखनीय विस्तार के बाद मिली है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

10 दिसंबर, 2024 को आयोजित भव्य उद्घाटन समारोह में बिहार राज्य सड़क विकास निगम लिमिटेड के एमडी शीर्षत कपिल आशोक (IAS) और डिब्बर स्कूल्स इंडिया के सीईओ मार्विन डीसूजा की उपस्थिति रही. 6,000 वर्ग फीट में फैला यह विशाल परिसर एक आकर्षक आउटडोर खेल क्षेत्र और बेहतरीन क्लासेस के साथ बड़े ही सोच-समझकर डिजाइन किया गया है, जो बच्चों के लिए एक सुरक्षित एजुकेशन वाला माहौल तैयार करता है. डिब्बर पटना 1.5 से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए प्रीस्कूल कार्यक्रम प्रदान करेगा, जिससे बच्चों को सीखने और अपने विकास की दिशा में प्रेरित किया जाएगा.


नॉर्डिक शिक्षाशास्त्र के साथ विश्वस्तरीय शिक्षा का अनुभव
डिब्बर पटना परिसर विश्व प्रसिद्ध नॉर्डिक शिक्षाशास्त्र का पालन करता है, जो बच्चों के भावनात्मक, सामाजिक, संज्ञानात्मक और शारीरिक विकास को पोषित करने का एक समग्र दृष्टिकोण है. हृदय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए जानी जाने वाली डिब्बर की कार्यप्रणाली प्रेम, सहानुभूति और विश्वास से प्रेरित है, जो यह सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक बच्चा मूल्यवान महसूस करे. डिब्बर में बच्चों को उनकी व्यक्तिगत पहचान को अपनाते हुए, अपनी क्षमताओं को बढ़ाने और विकास की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.


डिब्बर की विशेषता यह है कि यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के साथ वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं का अनूठा मिश्रण करता है. नॉर्डिक मूल्यों को भारतीय परंपराओं के साथ सामंजस्य स्थापित करते हुए डिब्बर पटना एक ऐसा एजुकेशन हब बना रहा है, जो बच्चों में आत्मविश्वास, जिज्ञासा और रचनात्मकता को बढ़ावा देता है और साथ ही उन्हें अपनी जड़ों से गहरे जुड़ा रहने में मदद करता है.


डिब्बर स्कूल्स इंडिया के सीईओमार्विन डीसूजा ने कहा कि हम पटना जैसे सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और जीवंत शहर में डिब्बर का अनुभव लाने के लिए बेहद उत्साहित हैं. यह नया प्रीस्कूल भारतीय परिवारों को हाई क्वालिटी वाली प्रारंभिक बचपन की शिक्षा प्रदान करने की हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है. 
उन्होंने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता यह है कि हम ऐसे सीखने का वातावरण तैयार करें जो खेलपूर्ण, समावेशी और दिल से प्रेरित हो, जहां हर बच्चा अपनी पूरी क्षमता का अन्वेषण कर सके. हमारे नॉर्डिक-प्रेरित पाठ्यक्रम और स्थानीय सांस्कृतिक प्रासंगिकता का संयोजन डिब्बर को वैश्विक स्तर पर और भारत में प्रारंभिक शिक्षा के क्षेत्र में एक विश्वसनीय नाम बनाता है.


भारत में डिब्बर का तेजी से विकास
साल 2023 में भारत में अपनी शुरुआत के बाद से डिब्बर ने प्रमुख शहरों में तेजी से विस्तार किया है, जिसमें बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, दिल्ली-एनसीआर और चेन्नई शामिल हैं. पटना का प्रीस्कूल भारत में डिब्बर की विकास रणनीति में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना और समग्र प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा को देशभर में परिवारों के लिए सुलभ बनाना है. 


2025-26 शैक्षणिक वर्ष के लिए प्रवेश प्रारंभ
डिब्बर पटना में 2025-26 शैक्षणिक वर्ष के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है. अभिभावक www.dibber.in पर जाकर या अधिक जानकारी के लिए सीधे स्कूल से संपर्क करके स्कूल की पेशकशों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने बच्चे के लिए स्थान सुरक्षित कर सकते हैं.


डिब्बर के बारे में जानिए
साल 2003 में नॉर्वे में स्थापित डिब्बर यूरोप का सबसे बड़ा प्रारंभिक शिक्षा समूह है, जिसका मिशन हर बच्चे को शिक्षा देना है. 9 देशों में 600 से अधिक स्कूलों का संचालन करने वाला डिब्बर खेल-आधारित शिक्षा और समग्र विकास प्रथाओं के माध्यम से हाई क्वालिटी वाली प्रारंभिक बचपन की शिक्षा प्रदान करने के लिए समर्पित है.