पटना: अभी तो अप्रैल का महीना ही चल रही है और गर्मी ने अभी से ही अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. गर्मी के इस सितम को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि मई और जून में हालत बदतर होने वाली है.नवादा समेत बिहार के अन्य जिलों में तापमान 44 डिग्री था. शेखपुरा की हालत तो काफी खतरनाक थी, यहां अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस था. गर्मी के बढ़ते पारे को देखते हुए पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है.


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डीएम चंद्रशेखर सिंह के अनुसार बता दें कि अप्रैल महीने में ही मई और जून जैसे गर्मी शुरू हो गई है. गर्मी का सितम इतना तेज है कि लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. गर्मी के कहर को देखते हुए स्कूल के समय में बदलाव किया गया है. बता दें कि अब सुबह 10.45 बजे के बाद सभी शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाता है. ताकि बच्चों स्कूल आराम से आ और जा सके.


डीएम ने बताया कि यह कोई पहली बार बदलाव नहीं हो रहा है, इससे पहले भी जिल के प्री-स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों समेत अन्य सभी सरकारी और निजी स्कूलों में आदेश लागू किया गया था. जारी आदेश में स्कूल का समय सुबह 10.45 बजे कर दिया गया. जारी समय तक ही बच्चों की छुट्टी कर दी जाएगी. इससे पहले भी ऐसा आदेश जारी किया जा चुका है.


मौसम विभाग के अनुसार बता दें कि बिहार के 18 जिले ऐसे है जो गर्मी के कहर की चपेट में है. इसके अलावा बता दें कि पटना, अगवानपुर, जमुई, वाल्मीकि नगर, हरनौत, पूर्णिया, कटिहार, सबौर, बांका, डेहरी, भोजपुर में गर्मी कहर काफी है.


इनपुट- भाषा


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