Ranchi: ईडी ने एमएलए कैश कांड में कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी से सोमवार को पूछताछ शुरू कर दी है. इस मामले में दो अन्य कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी से भी पूछताछ की जाएगी. इन्हें भी इसी हफ्ते पूछताछ के लिए ईडी के रांची जोनल कार्यालय में हाजिर होने को कहा गया है. इन तीनों विधायकों को 30 जुलाई 2022 को हावड़ा में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इनके पास से 48 लाख रुपये बरामद किए गए थे. तीनों विधायक फिलहाल जमानत पर हैं.


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ये है मामला
तीनों विधायकों की गिरफ्तारी के अगले दिन इसी पार्टी के विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा थाने में 31 जुलाई को जीरो एफआईआर दर्ज कराई थी. इसी एफआईआर के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल पर लगभग दो माह पहले जांच शुरू की है. विधायक अनूप सिंह ने एफआईआर में आरोप लगाया था कि झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन की सरकार गिराने के लिए भाजपा नेताओं के साथ मिलकर तीनों विधायकों ने साजिश रची थी. अनूप सिंह के मुताबिक सरकार गिराने के लिए इन साथी विधायकों के जरिए उन्हें 10 करोड़ रुपये और मंत्री पद का ऑफर दिया जा रहा था.


सरकार गिराने के बदले दिए जाने थे 10 करोड़
कांग्रेस विधायक अनूप ने अपनी शिकायत में कहा था कि इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और विक्सल कोंगाड़ी उन्हें कोलकाता बुला रहे थे. उन्हें कहा गया था कि सरकार गिराने के बदले प्रति एमएलए 10 करोड़ रुपये दिये जाने थे. सोमवार को ईडी कार्यालय पहुंचे इरफान अंसारी ने मीडिया से कहा कि उनपर लगाए गए आरोप निराधार हैं. जिस सरकार को हमलोगों ने बनाया, उसे गिराने की साजिश हम कैसे कर सकते हैं? वे ईडी के हर सवाल का जवाब देने यहां पहुंचे हैं. बता दें कि ईडी ने शिकायतकर्ता कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह से बीते 24 दिसंबर 2022 को करीब नौ घंटे तक पूछताछ की थी. शिकायतकर्ता के तौर पर उनका बयान भी दर्ज किया गया था. ईडी ने उनसे यह भी पूछा था कि झारखंड में सरकार गिराने के लिए उन्हें किसने 10 करोड़ रुपये का ऑफर दिया?