पटनाः Ganesh Chaturthi 2022: अभी तक नंदलाला, नटखट कन्हैया की धूम रही और अब अगले ही हफ्ते महादेव सुत, गौरी नंदन गणेश का आगमन होने वाला है. इसे गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. उत्तर भारत में राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार तक में गणपति बप्पा की पूजा 10 दिनों तक धूमधाम से की जाती है. तिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनाई जाती है. इस दिन सभी बप्पा को अपने घर लाते हैं और फिर उनका विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन किया जाता है. 


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गणेश चतुर्थी मुहूर्त
भाद्रपद मास, शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 30 अगस्त को 3.33 AM से शुरू होकर 31 अगस्त 3.22 AM पर खत्म होगी. इस दौरान पूजा का शुभ मुहूर्त 11:05 AM से शुरू होकर 01:38 PM तक रहेगा. पूजा का कुल समय 2 घंटे 33 मिनट का होगा. इस दौरान आपको बप्पा की स्थापना पूजा कर लेनी है. 


गणेश चतुर्थी स्थापना का मंत्र
गणपति जी की स्थपान शुभ मुहूर्त में करने से जातक के हर विघ्न बप्पा हर लेते हैं. घर या मंदिर में गणपति जी की स्थापना के समय इस मंत्र का जाप करें.
अस्य प्राण प्रतिषठन्तु अस्य प्राणा: क्षरंतु च. श्री गणपते त्वम सुप्रतिष्ठ वरदे भवेताम..


क्षमा मंत्र
गणपति जी की 10 दिन तक पूजा और आरती के बाद उनसे क्षमा जरूर मांगे. इस मंत्र के साथ बप्पा से पूजा में भूल चूक की माफी मांगें. कहते हैं गणेश जी की पूजा में अगर अनजाने में कोई गलती हो गई हो तो इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
गणेशपूजने कर्म यत् न्यूनमधिकम कृतम.
तेन सर्वेण सर्वात्मा प्रसन्न अस्तु गणपति सदा मम..


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