Pankaj Tripathi: बेहद दिलचस्प है कालीन भैया की लव स्टोरी, दिल्ली आने के बाद कुछ इस तरह से रखा था अपने प्रेम को जिंदा
Pankaj Tripathi Love Story: आज पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस अवसर पर हम आपकों बताते है उनकी बेहद दिलचस्प प्रेम कहानी. दिल्ली आकर भी उन्होंने ऐसे रखा अपने प्रेम को जिंदा.
पटनाः Happy Birthday Pankaj Tripathi: हिंदी फिल्म जगत में अपने नायाब अभिनय से खास पहचान बनाने वाले पंकज त्रिपाठी आज जिस मुकाम पर है, उसके पीछे स्ट्रगल और मेहनत की लंबी कहानी है. आज पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं. बिहार की गलियों से निकलकर मुंबई में अपनी पहचान बनाना आसान नहीं था. उनकी जिंदगी में एक समय ऐसा भी था जब पंकज हर निर्माता-निर्देशक के पास महज फिल्मों में एक छोटे से रोल के लिए जाते थे. पंकज को फिल्मों में नाम काफी धीरे-धीरे मिला, लेकिन जब पहचान मिली तो ऐसी कि हर कोई उनका फैन हो गया. आज पंकज की पहचान बॉलीवुड के खास एक्टर्स में की जाती है. उन्होंने अपने हर किरदार से दर्शकों के दिलों पर छाप छोड़ी है. ये तो हम सभी जानते ही है कि पंकज एक बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखते है. एक दम देशी उनका रहन-सहन है, लेकिन उनकी प्रेम कहानी उतनी ही मजेदार और फिल्मी है. अगर कहा जाए तो पंकज और मृदुला की प्रेम कहानी आपको 90 के दशक की किसी फिल्मी कहानी जैसी लगेगी.
पहली नजर में दे बैठे थे मृदुला को दिल
दरअसल, पंकज और उनकी वाइफ मृदुला की मुलाकात एक शादी के दौरान हुई थी. उस वक्त पंकज ने मृदुला को छत पर देखा था और देखते ही उन्हें दिल दे बैठे थे. मृदुला को देख पंकज को लगा था कि ये वहीं महिला है जिसके साथ वह अपना पूरा जीवन बिताना चाहेंगे. उस वक्त उन्हें कुछ पता नहीं था कि वो कौन है? उस वक्त मृदुला 9वीं कक्षा में पढ़ती थी और पंकज 10वीं कक्षा में थे.
चिट्ठियां लिखकर जानते थे एक-दूसरे का हाल
शादी में मुलाकात के बाद दोनों में दोस्ती का रिश्ता शुरू हो गया. दोनों एक ही गांव के थे इसलिए साल में केवल दो बार मिल पाते थे. साल में करीब दोनों की दो बार ही मुलाकात हो पाती थी, लेकिन इस वक्त दोनों को एहसास हो गया था कि वे एक-दूसरे के लिए परफेक्ट हैं. धीरे-धीरे पंकज की जिंदगी में एक समय ऐसा आया कि पंकज एक्टिंग की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए. तब दोनों चिट्ठियां लिखकर एक-दूसरे का हाल जाना करते थे. कई सालों तक दोनों की लव स्टोरी ऐसे ही चलती रही.
आखिरकार दोनों 2004 में शादी के बंधन में बंधे
एक बार पंकज को लगा की मृदुला की शादी हो गई है, लेकिन मृदुला ने खुद को शादी से बचाए रखा. एक बार म़दुला के घर पंकज का फोन आया तो उन्होंने पूरी तरह से प्यार का इजहार कर दिया. जिसके बाद वो जॉब के लिए दिल्ली चली आई, ताकि पंकज के साथ समय बिता सकें. फिर आखिरकार दोनों ने अपने परिवार को मना लिया और शादी के बंधन में बंध गए. पंकज को फिल्मों में नाम कमाना था इसलिए वो अपनी पत्नी को लेकर मुंबई आ गए.
मुश्किल परिस्थिति में भी नहीं छोड़ा साथ
बता दें कि आज इतनी सफलता मिलने के बावजूद भी पंकज त्रिपाठी हर जगह अपनी पत्नी मृदुला की तारीफ किए बगैर नहीं रह सकते हैं. हमेशा उन्हें श्रेय देते हैं. पंकज और मृदुला की एक बेटी हैं. ये कपल हर किसी को यह सिखाता है कि कैसे प्यार सच्चा हो तो हर मुश्किल परिस्थिति को आसानी से पार किया जा सकता है. पंकज त्रिपाठी को उनके जन्मदिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं.