Haryana Nuh Violence: गुरुग्राम हिंसा में दूसरे राज्यों से आए उपद्रवी शामिल थे. हालात जल्दी ही सामान्य हो जाएंगे. कल यानी मंगलवार को हिंसा की कुछ घटनाएं हुईं पर जल्द ही शांति स्थापित किया जा सकेगा. गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर निशांत यादव ने एक निजी टेलीविजन चैनल से बातचीत में यह दावा किया. बता दें कि गुरुग्राम के सेक्टर 57 में देर रात एक मस्जिद में आग लगा दी गई थी और मौलवी को मार डाला गया था. कई झोपड़ियों और दुकानों में आग भी लगा दी गई थी. डिप्टी कमिश्नर ने दावा किया कि पिछले 20 घंटों से एक भी ऐसी घटना नहीं हुई है. टै्रफिक भी सुचारू है और बाजार के अलावा कार्यालय भी खोले गए हैं. फिर भी प्रशासन सतर्क है और पुलिस का दस्ता लगातार मार्च कर रहा है. 


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डिप्टी कमिश्नर बोले, सबसे अधिक उपद्रव सोहना और बादशाहपुर में हुई है और वहां भारी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई है. जिला प्रशासन दोनों समुदायों के लोगों के साथ बैठकें कर रहा है. दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों की ओर से सहयोग का आश्वासन भी दिया गया है. 


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डिप्टी कमिश्नर ने कहा, हमें सूचना मिली हैं कि प्रवासी मजदूरों से अपने आवासों को खाली करने को कहा जा रहा है. इस पर पुलिस अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है. पुलिस-प्रशासन की टीम विश्वास बहाली पर काम कर रही है. संवेदनशील इलाकों के अलावा मंदिरों और मस्जिदों में रातभर पुलिस की तैनाती रहेगी. उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. 


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डिप्टी कमिश्नर ने यह भी कहा कि हिंसा में शामिल लोग किसी समुदाय के नहीं, बल्कि वे केवल उपद्रवी थे. उनमें से कुछ आसपास के जिलों के अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे अन्य प्रदेशों से भी आए थे. उन्होंने कहा कि निषेध हटाने पर जल्द फैसला लिया जाएगा. स्कूल काॅलेज भी जल्दी खुल सकते हैं. हालांकि पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर रोक कुछ दिन तक जारी रहेगी.