पटना: शिवहर जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था सवालों के घेरे में है. यहां अक्सर मरीजों को असुविधा की मार झेलनी पड़ती है. बिहार सरकार द्वारा लगातार स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के दावे किए जाते रहते हैं लेकिन विभाग के कर्मियों की लापरवाही से सरकार के दावे की पोल खोल रही है. एक ताजा मामला शिवहर के सदर अस्पताल से आया है जहां मरीज को एम्बुलेंस नही मिलने के कारण मौत हो गई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


दरअसल, सुबह चार बजे डुमरी कटसरी प्रखंड के रामपुर केशो पंचायत के 75 वर्षीय महिला जयवंती देवी अपना इलाज करवाने सरोजा सीताराम राजकीय सदर अस्पताल शिवहर पहुंचती है. जिसे हार्ट की समस्या थी, जहां डॉक्टर के द्वारा बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया जाता है. मरीज के परिजन के द्वारा घण्टो एम्बुलेंस के लिए दर दर भटकना पड़ा लेकिन मरीज के परिजन को एम्बुलेंस नही मिल सका जिसके कारण जयवंती देवी ने दम तोड़ दिया.


परिजनों का कहना है कि अगर समय पर एम्बुलेंस मिल गया होता तो शायद आज जयवंती देवी की मौत नहीं होती. मरीज के परिजन अमित कुमार का कहना है कि जब डॉक्टर के द्वारा रेफर किया गया उसके बाद जब एम्बुलेंस चालक के पास गया तो सब एम्बुलेंस चालक एक दूसरे पर आरोप लगा रहे थे की हम नहीं वो जाएगा. अंत में मेरी दादी मर गई. इधर जदयू के पूर्व महासचिव हरिद्वार राय पटेल ने भी बताया कि सिविल सर्जन की लापरवाही की कारण यहां ऐसी घटनाएं होती रहती है. CS अक्सर जिला से गायब रहते है. 


एम्बुलेंस चालक की भी लापरवाही है जब दूर जाना होता है तो एक दूसरे पर आरोप लगाते रहते है. आज जो मरीज का देहांत हुआ है. उसमें भी एम्बुलेंस चालक की लापरवाही के कारण मौत हुई है. इस पूरी घटना से शिवहर सदर अस्पताल के कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है. वही इस मामले पर अब अस्पताल के DIO द्वारा जांच का आदेश जारी किया गया है.


इनपुट- त्रिपुरारी शरण


ये भी पढ़िए- क्या है AI DeepFake, जिससे बना रश्मिका मंदाना का वीडियो हो रहा वायरल?